सेना छोड़ हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल हुआ जवान भी शोपियां एनकाउंटर में ढेर
श्रीनगर। सेना छोड़कर कुछ दिनों पहले आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल हुए जवान को भी सुरक्षाबलों ने शोपियां में मार गिराया है। जम्मू कश्मीर के शोपियां में हुए एनकाउंटर में दो आतंकी मारे गए हैं और इनमें से एक सेना का पूर्व जवान है, पुलिस की ओर से यह जानकारी दी गई है। सुरक्षाबलों को इस इलाके में आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी और इसके बाद यहां पर कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन (कासो) लॉन्च किया गया था। पुलिस की ओर से बताया गया है कि सर्च ऑपरेशन अभी जारी है क्योंकि इस इलाके में सुरक्षाबलों पर लगातार छिपे हुए आतंकियों की ओर से फायरिंग हो रही है।
20 वर्ष का इदरीस अप्रैल में जुड़ा हिजबुल से
जम्मू कश्मीर पुलिस के प्रवक्ता की ओर से कहा गया है, 'मारे गए दोनों आतंकी हिजबुल मुजाहिद्दीन से जुड़े हुए थे। ये आतंकी सुरक्षा संस्थानों और आम नागरिक ठिकानों पर हुए आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार थे।' पुलिस की मानें तो इलाके में ऑपरेशन की वजह से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। सेना का जो पूर्व जवान एनकाउंटर में मारा गया है उसका नाम इदरीस सुल्तान था और इस वर्ष अप्रैल में वह हिजबुल से जुड़ा था। 20 वर्ष की इदरीस जम्मू कश्मीर लाइट इंफेट्री रेजीमेंट के साथ तैनात था। इदरीस सुल्तान ने अपना नाम बदलकर छोटा अबरार कर लिया था। उसके साथ एक और आतंकी आमिर हुसैन उर्फ अबु सोबान भी एनकाउंटर में ढेर किया गया है।
एनकाउंटर साइट से दूर रहने की अपील
पुलिस ने छोटा अबरार की पहचान इदरीस सुल्तान के तौर पर की जो कुछ दिन पहले हिजबुल में शामिल हो गया था। पुलिस की ओर से स्थानीय नागरिकों से अपील की गई है कि वे एनकाउंटर वाली साइट पर न आएं क्योंकि विस्फोटकों की वजह से यहां पर खतरा हो सकता है। पुलिस ने स्थानीय नागरिकों से सहयोग करने की अपील की है और कहा है कि जब तक पुलिस पूरी तरह से इलाके की सफाई करके इसे सुरक्षित नहीं बना लेती तब तक यहां पर न आएं। सुरक्षाबलों को मारे गए आतंकियों के पास भारी मात्रा में हथियार और दूसरा खतरनाक सामान मिला है।