दिल्ली की जहरीली हवा का असर अब पोलो खेल के घोड़ों पर भी, बदलने पड़े नियम
नई दिल्ली। देश की राजधानी में जिस तरह हवा जहरीली हो गई है उसने ना सिर्फ इंसानों का जीना मुहाल कर रखा है बल्कि जानवरों का भी यहां सांस लेना दूभर हो रहा है। भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में भी श्रीलंका के खिलाड़ियों ने प्रदूषित हवा के चलते मैच खेलने से इनकार कर दिया था, लेकिन बाद में यह मैच खेला गया, जिसमे तमाम खिलाड़ी मुंह पर मास्क पहनकर मैदान में उतरे थे। लेकिन अब आर्मी पोलो और राइडिंग क्लब (एपीआरसी)ने भी अपने नियमों में बदलाव किया है ताकि घोड़ों को जहरीली हवा की वजह से मुश्किल का सामना नहीं करना पड़े।
नियम बदले गए
जहरीली हवा के चले एपीआरसी ने आपात बैठक बुलाई जिसमे इसके 15 सदस्यों ने हिस्सा लिया, जिसमे यह फैसला लिया गया कि प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले सभी घोड़ों को हर तीन मिनट के बाद आराम दिया जाएगा और दूसरे घोड़े को मौका दिया जाएगा, साथ ही आधे मिनट का आराम दिया जाएगा ताकि उनके सेहत पर ध्यान रखा जाए।
हर तीन मिनट के बाद घोड़े को मिलेगा आराम
सामान्य तौर पर खिलाड़ी अपने घोड़े को एक राउंड के खेल के बाद बदलते हैं, पहला राउंड तकरीबन साढ़े सात मिनट तक चलता है। लेकिन बदले नियम के अनुसार अब हर तीन मिनट के बाद आधे मिनट के लिए घोड़े को आराम दिया जाएगा, यह बदला हुआ नियम अक्टूबर माह से ही लागू कर दिया गया है।
घोड़ों की सेहत का खयाल
एपीआरसी के चीफ एग्जेक्युटिव कर्नल रवि राठौड़ ने कहा कि मौजूदा स्थितियों को देखते हुए नियमों में बदलाव किया गया है। हम अपने खिलाड़ियों की जितनी कद्र करते हैं उतनी ही कद्र घोड़ों की कद्र करते हैं। टूर्नामेंट कमेटी ने इस फैसले का एकमत से समर्थन किया। इससे पहले दुनिया में कही भी इस तरह नियमों में बदलाव नहीं किया गया है, लेकिन हमने अपने घोड़ों के सुरक्षा को देखते हुए यह बदलाव किया है।
प्रदूषण का असर घोड़ों पर भी
आपको बता दें कि एक चकर के दौरान घोड़े 5 किलोमीटर तक का सफर करते हैं। कर्नल राठौर का कहना है कि हालांकि प्रदूषण के चलते घोड़ों पर होने वाले असर का कोई वैज्ञानिक आधार अभी मौजूद नहीं है, लेकिन हमे लगता है कि अगर प्रदूषित हवा इंसानों के लिए हानिकारक है इसीलिए हमने घोड़ों की परवाह इसी आधार पर की।