इंदौर। सेना के मेजर को एक महिला ने प्रेम जाल में फंसा लिया। खुद को कुंआरी बताकर दो सहेलियों की मदद से आर्य समाज में मंदिर में महिला ने मेजर के साथ ब्याह रचा लिया। वह मेजर के साथ अंडमान में हनीमून पर भी गई। बहू को मेजर के परिवार ने लाखों के गहने दिए, जिन्हें लेकर वह फरार हो गई। महिला ने फर्जी पहचान पत्र और मार्कशीट बनवाई और इन्हीं से शादी का रजिस्ट्रेशन भी कराया। जब तक मेजर के सामने सच का खुलासा हुआ, तब तक वह ठग चुके थे। ठगी के इस तरह के मामले सामने आना यूं तो कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस मामले में बात थोड़ी इसलिए है, क्योंकि जिस महिला ने मेजर को जाल में फंसाकर ठगा है, वह सीएसपी की पत्नी है। इतना ही नहीं, महिला ने मेजर को दो अन्य युवतियों से यह कहकर मिलवाया कि वे उसके ताऊ जी की बेटियां हैं, मगर हकीकत में वे दोनों उसी महिला की बेटियां हैं। अब इंदौर के अन्नपूर्णा थाने में मेजर ने महिला के खिलाफ धोखाधड़ी, ब्लैकमेलिंग का केस दर्ज कराया है। उधर, महिला ने भी मेजर के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज कराया है। अब यह समझ नहीं आ रहा है कि आखिर सच कौन बोल रहा है। आरोप सीएसपी की पत्नी महिला बाल विकास अधिकारी हैं।
सोशल मीडिया पर हुई मुलाकात प्यार में बदली और महिला ने मेजर को इंदौर बुला लिया
जानकारी के मुताबिक, मेजर के साथ जिस महिला ने ठगी की है, उसका नाम है- जया उर्फ अनीशा शर्मा। वह इंदौर के न्यू पलासिया की रहने वाली है। मेजर अंकुर सिंह ने पुलिस को बताया कि महिला के साथ उनकी पहली मुलाकात सोशल मीडिया के जरिए अप्रैल 2017 में हुई थी। जया ने उन्हें बताया कि उसकी उम्र 24 साल है और वह कुंआरी है। इस तरह बातचीत बढ़ी और दोनों ने एक-दूसरे के मोबाइल नंबर शेयर किए। महिला ने मेजर को बताया कि उसे आर्थनोजेनिक राइट वेन्टीक्यूलर नाम की बीमारी है, जिसकी वजह से उनका वजन थोड़ा बढ़ गया है। दोनों के बीच बातचीत होती रही और एक दिन महिला ने मेजर से शादी करने की इच्छा जताई। महिला ने 3 मई को मुलाकात तय की और मेजर को इंदौर आने को कहा।
दो जुलाई को मेजर ने आर्य समाज मंदिर में रचा लिया महिला से ब्याह
महिला के बुलाने पर मेजर इंदौर आए और दोनों ओंकारेश्वर व भोपाल घूमने भी गए। इसके बाद मुलाकातों का सिलसिला तेज हो गया। महिला ने मेजर के माता-पिता का नंबर ले लिया और उनसे बातचीत करने लगी। इसके बाद वह दिल्ली, इम्फाल और महू में मेजर से मिली। वह इम्फाल और दिल्ली में मेजर के साथ ही रुकी। अब बात काफी आगे बढ़ गई थी और मेजर को भी महिला पर पूरा भरोसा हो चला था। दोनों ने आखिरकार शादी का फैसला कर लिया और दो जुलाई आर्य समाज मंदिर में महिला की दो सहेलियों की मौजूदगी में विवाह संपन्न हो गया।
जब मेजर को हुआ शक तो खोजबीन करने पर सामने आया राज
बाद में मेजर की पोस्टिंग कुन्नूर में हो गई। उस दौरान उनसे मिलने दो युवतियां- शिखा और शुभी आईं। जया ने उन्हें मेजर से यह कहकर मिलवाया कि ये दोनों उनके ताऊजी की बेटियां हैं। यहां तक मेजर को कोई शक नहीं हुआ। धीरे-धीरे जया ने मेजर के परिवार में झगड़ा कराना शुरू किया और उन्हें इंदौर ले गई। यहां महिला ने एक मकान पसंद किया और मेजर ने बैंक से लोन लेकर वह घर खरीद लिया। इसके बाद जया वह मकान अपने नाम कराने के लिए कहने लगी। यहां से मेजर को शक होना शुरू हुआ और उन्होंने महिला से उसके कुछ डॉक्यूमेंट मांगे, जिनकी जांच कराने पर पता चला कि वे फर्जी हैं। अब मेजर ने और खोजबीन की तो पता चला कि जया सीएसपी की पत्नी है। मेजर का कहना है कि जया ने आर्मी चीफ से उनकी शिकायत तक कर डाली, जिसकी वजह से उनके खिलाफ इन्क्वायरी बैठ गई। वह हीरे के जेवर भी गई और लाखों रुपए घूमने में खर्च हो गए वो अलग।