LOC पर घुसपैठ रोकने के लिए सेना ने 3000 अतिरिक्त सैनिकों को किया तैनात
नई दिल्ली। चीन के साथ सीमा पर जारी तनाव के बीच पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ की घटनाएं बढ़ गई हैं। इस बीच पाकिस्तानी सेना द्वारा नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार आतंकवादियों को भेजने की कोशिशों को देखते हुए भारतीय सेना ने सीमा पर अतिरिक्त 3,000 सैनिकों को तैनात किया है। जम्मू-कश्मीर में ऐसे किसी भी घुसपैठ के प्रयासों को रोकने सेना द्वारा उठाया गया यह बड़ा कदम है। न्यूज एजेंसी एएनआई के सूत्रों ने बताया कि एलओसी पर घुसपैठ को रोकने के लिए एक अतिरिक्त ब्रिगेड तैनात की गई है और इस कदम के अच्छे परिणाम भी मिले हैं।
सूत्रों ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर तैनात अतिरिक्त जवान घुसपैठ की सभी बड़ी कोशिशों को नाकाम करने में सफल रहे हैं और आतंकवादियों को एलओसी पार करने की कोशिशों को नाकाम कर दिया गया। सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तानी सेना इस साल आतंकवादियों को सीमा पार भेजने में बहुत अधिक सफलता हासिल करने में विफल रही है। अक्टूबर-नवंबर में भारी बर्फबारी के चलते घुसपैठ के सारे रास्ते बंद हो जाते हैं, इसलिए आतंकी इससे पहले घुसपैठ के भारी प्रयास करते हैं।
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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय सेना एलओसी पर पूरी तरह से सक्रिय है और हाल ही में उत्तरी कश्मीर के गुरेज सेक्टर से घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। सूत्रों ने कहा कि वर्तमान में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में एलओसी पर पाकिस्तानी सेना की एक-दो अतिरिक्त बटालियन मौजूद हैं, लेकिन यह नहीं कहा जा सकता है कि वे चीनी सेना के समर्थन में भारत पर दबाव बनाने के लिए हैं। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तानी ऐसा करने की कोशिश करते हैं, तो भी भारतीय सेना ऐसी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
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बता दें कि पाकिस्तान संघर्ष विराम उल्लंघन को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है और सेना प्रमुख ने जम्मू-कश्मीर में जारी सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए श्रीनगर का दौरा किया था। यात्रा के दौरान, सेना प्रमुख ने नियंत्रण रेखा पर आगे के स्थानों का दौरा किया और वहां सैनिकों की परिचालन तैयारियों की पहली बार समीक्षा की। श्रीनगर में सेना प्रमुख को चिनार कोर के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सुरक्षा स्थिति पर जानकारी भी दी गई। बता दें कि पाकिस्तान सेना ने नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन उस समय तेज कर दिया है जब भारत और चीन पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में क्षेत्रीय मुद्दों पर संघर्ष में लगे हुए हैं।