पाकिस्तान से सीजफायर के 100 दिन, आर्मी चीफ बोले- 'दशकों का अविश्वास रातोंरात खत्म नहीं हो सकता'
श्रीनगर, 3 जून। जम्मू-कश्मीर दौर पर पहुंचे भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने भारत-पाकिस्तान संबंधों के बारे में बोलते हुए गुरुवार को कहा कि दोनों देशों के बीच दशकों का अविश्वास रातों रात खत्म नहीं हो सकता। सेना प्रमुख ने कहा कि आतंक और दुश्मनी से मुक्त वातावरण बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान पर है।
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पत्रकारों से बात करते हुए हुए भारतीय सेना प्रमुख ने कहा "पाकिस्तान और भारत के बीच दशकों से अविश्वास है। यह स्थिति रातोंरात नहीं बदल सकती। अगर वे संघर्ष विराम का पालन करना जारी रखते हैं और भारत में आतंकवादियों को भेजने से रोकते हैं, तो इन कदमों से विश्वास बढ़ेगा। इसका दायित्व पूरी तरह से पाकिस्तान पर है।"
कमांडरों
ने
आर्मी
चीफ
को
दी
जानकारी
भारत-पाकिस्तान
के
बीच
संघर्ष
विराम
के
100
दिन
पूरे
होने
पर
सुरक्षा
स्थिति
की
समीक्षा
करने
के
लिए
भारतीय
सेना
प्रमुख
बुधवार
को
दो
दिवसीय
दौरे
पर
पहुंचे
थे।
कश्मीर
पहुंचने
पर
सेना
प्रमुख
भीतरी
इलाकों
में
तैनात
यूनिट
में
पहुंचे
जहां
स्थानीय
कमांडरों
ने
उन्होंने
मौजूदा
सुरक्षा
स्थिति
के
बारे
में
जानकारी
दी।
दो दिन के दौरे पर कश्मीर पहुंचे सेना प्रमुख जनरल नरवणे, सुरक्षा स्थिति का ले रहे जायजा
सेना प्रमुख को कश्मीर में युवाओं को चरमपंथी बनाने में शामिल ओवरग्राउंड वर्कर्स नेटवर्क की पहचान करने और उन्हें खत्म करने की योजनाओं के बारे भी ब्रीफ किया गया। इसके साथ ही आतंकवादी समूहों में स्थानीय युवाओं की भर्ती रोकने और स्थानीय आतंकियों के आत्मसमर्पण को आसान बनाने के प्रयास पर भी चर्चा की गई।
भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर से 100 दिन पूरे होने पर सेना प्रमुख के दौरे का अपना ही महत्व है। भारत और पाकिस्तान ने इसी साल 25 फरवरी को एक संयुक्त बयान जारी कर एलओसी पर सीजफायर की घोषणा की थी। दोनों देशों में डीजीएमओ स्तर पर बातचीत के बाद सीजफायर करने पर सहमति बनी थी।