लद्दाख पर आर्मी चीफ की टॉप कमांडर्स के साथ अहम बैठक, सेना प्रमुख कर सकते हैं लद्दाख दौरा
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी के पास एलएसी पर तनाव बरकरार है। इसी बीच सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने आज दिल्ली में सेना के शीर्ष कमांडरों के साथ लद्दाख की सुरक्षा स्थिति को लेकर एक अहम बैठक की है। इसी बीच ऐसी भी खबरें आ रही हैं कि, इसी हफ्ते सेना प्रमुख एम.एम. नरवणे लद्दाख की मौजूदा स्थिति, ग्राउंड के हालातों की जानकारी लेने के लिए जा सकते हैं।

दिल्ली में आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे सेना के टॉप कमांडर्स के साथ बैठक कर रहे हैं। जनरल नरवणे ने कमांडर्स से सुरक्षा के हालात की जानकारी मांगी है। बैठक कल भी जारी रहेगी। सेना के अधिकारी ने बताया कि, सभी कमांडर्स दूसरे चरण की कमांडर्स कॉन्फ्रेंस के लिए राजधानी में हैं। सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि, आर्मी कमांडर्स की कॉन्फ्रेंस ACC-20 22-23 जून को हो रही है। इसमें नॉर्दन और वेस्टर्न फ्रंट पर ऑपरेशनल हालात की समीक्षा की जा रहा है।
वहीं मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक, इस सप्ताह सेना प्रमुख एमएम नरवणे लद्दाख का दौरा कर सकते हैं। यह दौरा जल्द होगा। नरवणे मौजूदा हालातों और सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा लेंगे। लद्दाख में पिछले एक हफ्ते में हालात लगातार बिगड़ते हुए दिख रहे हैं। ऐसे में सेना प्रमुख का लद्दाख जाना वहां मौजूद सैनिकों के लिए उत्साह बढ़ाने वाला होगा। हालांकि सेना प्रमुख के लद्दाख दौरे की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
उधर, भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर चीन की तरफ मोल्डो में हुई कोर कमांडर स्तर की वार्ता बेनतीजा खत्म हो गई है। सूत्रों की मानें तो चीन गलवान घाटी और फिंगर 4 से पीछे हटने को तैयार नहीं है। कहा जा रहा है कि वार्ता में जो उम्मीद की गई थी, वह उसके विपरीत रही है। हालांकि अभी तक इस वार्ता का पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। कहा जा रहा है कि भारत भी इस बात पर अड़ा है कि वह पीछे नहीं हटेगा और उसने चीन को स्पष्ट कर दिया है कि चीनी सेना को पीछे हटना ही पड़ेगा।
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