नए सेना प्रमुख जनरल नरवाणे का पाक पर हमला, पड़ोसी हमसे लड़ने को ले रहा आतंक का सहारा
नई दिल्ली। नए सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाणे ने कहा है कि आतंकवाद किसी एक देश की नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि भारत तो लंबे समय से आतंकवाद का सामना कर रहा है लेकिन अब दुनिया के कई देश आतंकवाद से प्रभावित हैं और ये महसूस कर रहे हैं कि यह कितना खतरनाक है। आर्मी चीफ ने कहा कि पाकिस्तान भारत से लड़ने के लिए लगातार आतंकवाद का सहारा ले रहा है।
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जनरल मनोज मुकुंद नरवाणे देश के नए सेना प्रमुख बने हैं। मंगलवार को ही उन्होंने पूर्व सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत से देश के 28वें सेना प्रमुख का जिम्मा संभाला है। नरवाणे करीब तीन तीन वर्षों तक इस पद पर रहेंगे। जनरल नरवाणे, सेना प्रमुख बनने से पहले उप-सेना प्रमुख के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे थे। अपनी जिम्मेदारी को लेकर उन्होंने कहा है कि सेना में मेरा काफी अनुभव है। अपने अनुभव से मैं न केवल ट्रेनिंग, बल्कि ऑपरेशनल पार्ट में भी बेहतर सुझाव दे सकूंगा। मुझे लगता है किउच्च मानकों को बनाए रखना सबसे महत्वपूर्ण है।
जनरल नरवणे ने कहा, हमारे पड़ोसी की नीतियों में आतंकवाद भी शामिल है। वह आतंकवाद के माध्यम से हमसे प्रॉक्सी वॉर करता है लेकिन यह सब लंबे समय तक नहीं चल सकता। पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर तोड़ा जाता है और घुसपैठ की भी कोशिशें होती हैं लेकिन हम पूरी तरह से तैयार हैं।
आर्मी चीफ ने कहा है कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद वहां सुधार हुआ है। हिंसा की घटनाओं में कमी आई है। यह कश्मीर में शांति स्थापित करने की ओर एक कदम है।
59 वर्षीय नरवाणे को चीन के मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है। इसके अलावा उनके पास जम्मू कश्मीर और नॉर्थ-ईस्ट में काउंटर इनसर्जेंसी ऑपरेशंस को लीड करने का भी अच्छा-खासा अनुभव है। वर्तमान में वह उप-सेना प्रमुख हैं और इससे पहले वह कोलकाता स्थित ईस्टर्न आर्मी कमांड के मुखिया रह चुके हैं। इस कमांड पर ही पूर्वी क्षेत्र से लगी भारत-चीन की सीमा की सुरक्षा जिम्मेदारी है। कश्मीर और नॉर्थ ईस्ट में सुरक्षा की चुनौतियों पर खरे उतरने वाले नरवाणे का चीन को जवाब देने का अनुभव राष्ट्रीय सुरक्षा नीति तैयार करने में काफी मदद कर सकता है।
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