कश्मीर के धर्मगुरुओं से मिले सेना प्रमुख बिपिन रावत, बोले- इससे बेहतर संदेश जाएगा
कश्मीर के आए धर्मगुरुओं से मिले सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, बोले- ये एक बेहतर संदेश
नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने मंगलवार को दिल्ली में जम्मू-कश्मीर से आए अलग-अलग मजहबों के गुरुओं से मुलाकात की। रावत से मिलने वालों में मौलवी, ग्रंथी और पंडित शामिल थे। इन धर्मगुरुओं से मुलाकात के बाद जनरल रावत ने कहा कि ये एक राष्ट्रीय सद्भावना टूर है। इसका मुख्य उद्देश्य ये दिखाना है कि घाटी में सभी मजहबों और समुदायों के लोग कैसे आराम से साथ-साथ रहते हैं। ये संदेश है जो हम घाटी में सभी लोगों तक भेजना चाहते हैं और साथ ही दुनिया में भी इससे बेहतर संदेश जाएगा।
जनरल बिपिन रावत ने मीडिया से कहा, मुझे खुशी है कि ये मुझसे मिलने ये लोग रिआसी और रजौरी जैसी जगहों से आए। इन क्षेत्रों में अब काफी शान्ति है। आतंकवाद कम हुआ है और लोग खुश हैं।
रावत ने कहा, घाटी के दूर दराज के इलाकों में रोजगार के कई मौके उपलब्ध कराए जा सकते हैं। इन क्षेत्रों में रोजगार की गुंजाइश है, जिसके लिए हमने उन्हें बताया है कि हम उन्हें सहायता प्रदान करेंगे। हमने उनसे कहा भी था कि हम उन्हें रोजगार के मौके उपलब्ध कराएंगे। इन क्षेत्र में हम युवाओं के लिए रिक्रूटमेंट रैली आयोजित कराने की सोच रहे हैं, जिससे युवा सेना में भर्ती होंगे।
इससे पहले रविवार को सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने उत्तराखंड में कहा था कि सीमा से लगते राज्य के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अत्याधुनिक हवाईपट्टी बनाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। दूरदराज के पर्वतीय इलाकों पर ध्यान केंद्रित करने के साथ ही ऊंचाई वाले दूरदराज के सीमाई क्षेत्रों में हवाई, रेल या सड़क संपर्क बढ़ाने के लिए राज्य सरकार को थलसेना या वायुसेना की ओर से सभी तरह की मदद दी जाएगी।
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