दिल्ली-मुरादाबाद में प्रदूषण चरम स्तर पर, हवा का स्तर बेहद खराब, यमुना से निकल रहा है 'जहरीला झाग', Video
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में प्रदूषण कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है, बुधवार सुबह भी यहां धुंध की सफेद चादर छाई रही और हवा की क्वालिटी काफी खराब दर्ज की गई है, सेंट्रल पलूशन कंट्रोल बोर्ड के मुताबिक, आईटीओ में AQI 282 है जो 'खराब' श्रेणी में माना जाता है, हालांकि कल से कुछ बेहतर आज के हालात हैं, केवल दिल्ली ही नहीं बल्कि उसके आस-पास के इलाके भी भारी प्रदूषण का शिकार हैं।
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दिल्ली से लगे मुरादाबाद में भी हवा की वायु गुणवत्ता सूचकांक आज काफी खराब है, यहां AQI 415 दर्ज किया है, जो कि बेहद ही 'गंभीर श्रेणी' में आता है। इस बारे में बात करते हुए स्थानीय लोगों ने कहा कि पिछले 7-8 दिनों से यहां पर प्रदूषण बढ़ गया है और आंखों और सांस लेने में तकलीफ पैदा कर रहा है, हमें बाहर निकलने में दिक्कत महसूस होती है।
मालूम हो कि दिल्ली में केवल हवा ही दूषित नहीं है बल्कि आज तो यहां यमुना नदी भी प्रदूषण के कारण पूरी तरह त्रस्त दिखाई दे रही है, आज यमुना नदी में जहरीले झाग की मोटी चादर बिछ गई है, इस वक्त नदी का पानी पूरी तरह से जहरीला हो चुका है, यमुना से झाग निकलने की जो तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं, वो काफी परेशान करने वाले हैं।
यमुना से निकल रहा है 'जहरीला झाग', यहां देखें Video
तो वहीं राजधानी में बढ़ते प्रदूषण पर अब जमकर राजनीति भी हो रही है। सोमवार को दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Gopal Rai) ने पराली जलाए जाने (Stubble Burning) के मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस पर जमकर प्रहार किया, उन्होंने कहा कि दिल्ली के प्रदूषण (Delhi Pollution) में पराली जलाने की हिस्सेदारी बढ़कर 40 प्रतिशत हो गई है, लेकिन विपक्षी दल इसे मानने को तैयार नहीं है और ना ही वो इसे रोकने के उपाय कर रही है, अगर सब मिलकर काम करें तो प्रदूषण से मुक्ति मिल सकता है लेकिन ये लोग ऐसा करने को तैयार ही नहीं हैं।
दिल्ली की सिरदर्द इसलिए भी बहुत ज्यादा है क्योंकि कुछ ही दिनों में दिवाली आने वाली है, जिसमें लोग जमकर आतिशबाजी करते हैं। यहां की हवा अभी से इतनी जहरीली है तो दिवाली के बाद हालात और भी अधिक बिगड़ सकते हैं, हालांकि लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए अब दिल्ली ने ग्रीन पटाखे जलाने की अनुमति दी है और प्रदूषण को रोकने के लगातार प्रयास कर रही हैं लेकिन सफलता मिलती अभी नहीं दिख रही है।