प्रियंका गांधी को बंगला खाली करने का नोटिस, राजीव शुक्ला ने जताई नाराजगी
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से 1 अगस्त तक सरकारी बंगला खाली करने को कहा गया है। आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने एक पत्र में को दिल्ली के सबसे संरक्षित क्षेत्रों में से एक लोधी रोड पर बंगले से बाहर निकलने के लिए कहा है क्योंकि उनके पास अब विशेष सुरक्षा समूह की सुरक्षा नहीं है। कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने प्रियंका गांधी को बंगला खाली करने का नोटिस मिलने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि यह मकान सुरक्षा कारणों से मिला था। उन्होंने कहा कि पूर्व पीएम इंदिरा और राजीव गांधी की हत्या हुई थी और परिवार को हमेशा गंभीर खतरा रहता है।
इसके अलावा कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी और मोदी सरकार की कांग्रेस नेतृत्व से अंधी नफरत तथा प्रतिशोध की भावना जग जाहिर है। उन्होंने साथ ही कहा कि प्रियंका का बंगला खाली कराने का नोटिस मोदी-योगी की बेचैनी दिखाता है। उल्लेखनीय है कि बता दें कि 21 फरवरी 1997 को प्रियंका गांधी को ये बंगला आवंटित हुआ था। तब से लेकर अभी तक वो और उनका परिवार वहां रहता आ रहा है। अब बंगला खाली करने के लिए एक महीने का समय दिया गया है। केंद्र सरकार के हाउसिंग डिपार्टमेंट ने ये आदेश दिया है।
रिकॉर्ड के मुताबिक, प्रियंका गांधी पर 30 जून 2020 तक 3,46,677 रुपए का बकाया है। उन्हें बंगला छोड़ने तक का किराया और बकाया राशि को जमा करने का नोटिस जारी किया गया है। कैबिनेट कमेटी आवास (CCA) ने 07.12.2000 को आयोजित अपनी बैठक में सरकारी जमीन पर आवास के आवंटन के दिशा-निर्देशों की समीक्षा की थी। इस दौरान फैसला लिया था कि भविष्य में कोई भी निजी व्यक्ति, जो कि SPG संरक्षक है, के अलावा किसी अन्य किसी को सरकारी आवास नहीं दिया जाएगा। इस तरह का आवंटन मार्केट रेट पर किया जाना था। जो कि सामान्य किराए से 50 गुना ज्यादा होता। हालांकि बाद में जुलाई 2003 में, इस तरह के आवंटियों से लाइसेंस शुल्क का स्पेशल रेट यानी सामान्य किराए का 20 गुना वसूलने का निर्णय लिया गया था।
प्रियंका गांधी को सरकारी बंगला खाली करने का आदेश, 1 अगस्त तक दी गई मोहलत