अब अपना दल ने दिखाए भाजपा को तेवर, सरकारी कार्यक्रम छोड़ दिल्ली वापस लौटीं अनुप्रिया पटेल
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक पार्टियों के गठबंधन में दरार मनमुटाव का दौर शुरू हो गया है। अब एनडीए का हिस्सा अपना दल ने बीजेपी के सामने नई मुसीबत खड़ी कर दी है। मंगलवार को अपना दल(एस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष पटेल ने प्रदेश भाजपा पर उनकी उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए सम्मान नहीं देने की बात कही। साथ ही मायावती की तारीफ भी किया है।
सारे कार्यक्रम रद्द कर दिल्ली लौटीं अनुप्रिया
आशीष पटेल के प्रेस कॉन्फ्रेंस के एक दिन बाद बुधवार को अब खबर आ रही है कि अनुप्रिया पटेल ने यूपी के सारे कार्यक्रम रद्द कर दिल्ली आ गई हैं। जबकि आज देवरिया में उनको मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन करना था। बताया जा रहा है कि अपना दल की अनुप्रिया पटेल और उनके पति आशीष तब तक उत्तर प्रदेश के किसी भी सरकारी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेगें जब तक केंद्रीय लीडरशिप इस मसले का कोई हल नहीं निकलता है।
इस बात को लेकर है नाराजगी
पना दल ने दलील दी है कि मोदी सरकार में अनुप्रिया पटेल स्वास्थ्य मंत्री हैं लेकिन राज्य में केंद्र के सहयोग से होने वाले स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रमों में उनको आमंत्रित नहीं किया जाता है। ऐसे में अपना दल का कहना है कि अब उनकी पार्टी केवल नाम की एनडीए सहयोगी दल रह गई है। अपना दल की सबसे ज्यादा नाराजगी यूपी की योगी सरकार से बताया जा रहा है। अपना दल का कहना है कि यूपी में 8 मेडिकल कॉलेज का प्रस्ताव है और इन कॉलेजों की 60 प्रतिशत राशि केंद्र से आता है। इसके बाद भी अनुप्रिया पटेल को इसके कार्यक्रमों में नहीं बुलाया जाता है।
केंद्र पर भरोसा लेकिन यूपी सरकार से नाराजगी
आशीष पटेल ने कहा कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व से शिकायत नहीं है। मगर उत्तर प्रदेश का भाजपा नेतृत्व लगातार उपेक्षा कर रहा है। आशीष ने कहा कि प्रदेश में सरकार बनने के बाद अनुप्रिया पटेल को नहीं बुलाया जाता है। पहले हर कार्यक्रम में बुलाया जाता था। सहयोगी दल है अगर इसी तरह से बर्ताव होगा तो कैसे काम चलेगा। मेरी किसी व्यक्ति विशेष से कोई नाराजगी नहीं है। उत्तर प्रदेश भाजपा से नाराजगी है कि वह अपने सहयोगियों के साथ जो सम्मानपूर्वक व्यवहार करना चाहिए।