पाकिस्तान सीमा के करीब पठानकोट में 3 सितंबर से होगी एडवांस्ड अटैक हेलीकॉप्टर अपाचे की तैनाती
नई दिल्ली। तीन सितंबर को दुनिया का सबसे एडवांस्ड अटैक हेलीकॉप्टर अपाचे इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) में आधिकारिक तौर पर शामिल हो जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह एक कार्यक्रम में इस हेलीकॉप्टर को आईएएफ को सौंपेंगे। जो बात सबसे अहम है वह है इस हेलीकॉप्टर को आईएएफ के पठानकोट स्थित एयरबेस पर तैनात किया जाएगा। अमेरिकी कंपनी बोइंग की ओर से निर्मित अपाचे हेलीकॉप्टर्स जुलाई में अमेरिका से एएच-64ई अपाचे गार्डियन हेलीकॉप्टर्स का पहला बैच गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पहुंचा था।
साल 2020 तक होंगे 22 अपाचे
पठानकोट में रूसी हेलीकॉप्टर एमआई-35 की एक यूनिट है और इस यूनिट को रिटायर कर दिया है। अब इसकी जगह एडवांस्ड हेलीकॉप्टर अपाचे की यूनिट आईएएफ के लिए होगी। पिछले माह चार अपाचे हेलीकॉप्टर्स भारत पहुंचे हैं। और कुछ दिनो में चार और अपाचे भारत आएंगे। साल 2020 तक भारत के पास 22 अपाचे का एक बेड़ा होगा और भारत दुनिया के उन खास देशों में शामिल हो जाएगा जहां की सेनाएं अपाचे ऑपरेट कर रही हैं। सितंबर 2015 में भारत सरकार ने अपाचे की खरीद को मंजूरी दी थी। साल 2017 में सेना के लिए अतिरिक्त छह अपाचे हेलीकॉप्टर्स की खरीद को मंजूरी दी गई थी। अपाचे बनाने वाली कंपनी बोइंग ने मई माह में अपाचे हेलीकॉप्टर की पहली खेप आईएएफ को सौंपी थी।
खतरनाक वेपेन सिस्टम से लैस
हेलीकॉप्टर को आइएएफ की आने वाली जरूरतों के हिसाब से तैयार किया गया है। माना जा रहा है कि जम्मू कश्मीर और नॉर्थ ईस्ट जैसी जगहों पर जहां पहाड़ी इलाका है, वहां यह हेलीकॉप्टर दुश्मन के खिलाफ कारगर साबित होगा। अपाचे हेलीकॉप्टर एकदम सटीकता के साथ टारगेट को भेदने में सक्षम है। न सिर्फ हवा बल्कि जमीन से भी यह दुश्मन पर निशाना लगा सकता है। इसके अलावा यह हेलीकॉप्टर वॉर जोन से तस्वीरों को हासिल कर उन्हें ट्रांसमिट करने की ताकत भी रखता है। आईएएफ की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस हेलीकॉप्टर के वेपेन सिस्टम से लेकर इसका डाटा सिस्टम इसे और खतरनाक बना देता है। अटैक हेलीकॉप्टर्स आईएएफ को भविष्य में होने वाले ज्वॉइन्ट ऑपरेशंस में जमीन से सपोर्ट दे सकेंगे।