काकीनाडा: 53 साल के 'सुपर-स्प्रेडर' ने 150 से ज्यादा लोगों में फैलाया कोरोना
नई दिल्ली- आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले का एक गांव करीब 100 साल पुराने श्री सूर्यनारायण स्वामी मंदिर के लिए मशहूर है। लेकिन, आज उस गांव की चर्चा देश में सबसे ज्यादा कोरोना मरीजों और उसे फैलाने वाले एक सुपर स्प्रेडर की वजह से हो रही है। उस व्यक्ति की पिछले 20 मई को ही कोरोना के चलते मौत हो चुकी है। लेकिन, उसकी मौत के बाद संक्रमण इतनी तेजी से फैल रहा है कि करीब 20 हजार की आबादी वाला गांव ये गांव इस वक्त हॉट स्पॉट घोषित हो चुका है और उस शख्स के संपर्क में आए हर शख्स की जांच का काम जारी है। अबतक सिर्फ उसके गांव में 116 पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं, जो किसी न किसी रूप में उसके संपर्क में आए थे। जबकि, उस वक्ति की वजह से आसपास के इलाकों में भी कोरोना फैला है और अबतक 150 से ज्यादा लोगों की जानकारी सामने आई है।
सुपर स्प्रेडर से अपने गांव में अबतक 116 लोगों में फैला कोरोना
आंध्र प्रदेश में काकीनाडा से 20 किलोमीटर दूर गोल्लाला मामीडाडा गांव आज देश का पहला ऐसा गांव है, जहां कोरोना संक्रमितों की संख्या बुधवार तक 116 पहुंच चुकी थी। वैसे तो इससे पहले इस हरे-भरे खेतों और नारियल के पेड़ों से भरे गांव को लोग 100 वर्षों से भी पुराने श्री सूर्यनारायण स्वामी मंदिर के लिए जानते थे, लेकिन आज इसकी पहचान उस गांव के तौर पर हो रही है, जहां एक साथ नोवल कोरोना वायरस के इतने सारे केस आ गए हैं। पूर्वी गोदावरी जिले के पेडापुडी मंडल का यह गांव आज की तारीख में रेड जोन घोषित हो चुका है और यहां 24 घंटे वाला कंट्रोल रूम काम कर रहा है। इस गांव में सिर्फ एक ही व्यक्ति से कोरोना फैला है। 53 साल के उस व्यक्ति ने 20 मई को काकीनाडा के सरकारी अस्पताल में भर्ती होने के आधे घंटे के अंदर ही दम तोड़ दिया था।
अबतक 150 से ज्यादा पहुंचा है आंकड़ा
लेकिन, अब जानकारी मिल रही है कि कोरोना संक्रमित उस शख्स ने सिर्फ अपने गांव के 116 लोगों को ही संक्रमित नहीं किया, बल्कि पड़ोसी रामचंद्रपुरम,अनापार्ती, बिक्कावोलु और मंडापेटा मंडलों के भी कुल मिलाकर कम से कम 150 लोगों को संक्रमित कर गया है। बताया जा रहा है कि अपनी जॉब की वजह से वह शख्स शायद अनजाने में ही सुपर-स्प्रेडर बनकर घूमता रहा। वह शख्स एक होटल में काम करता था और फोटग्राफर भी था। काम के चलते वह इधर-उधर घूमता रहा और उसमें लक्षण भी देर से सामने आए, जिसके चलते उसकी तो मौत हुई ही, वह इतने लोगों के लिए सुपर-स्प्रेडर भी साबित हुआ। माना जा रहा है कि वह शख्स हाल में रामचंद्रपुरम में एक कार्यक्रम में फोटोग्राफी करने के दौरान वायरस की चपेट में आ गया था। यह भी जानकारी मिली है कि वह शख्स एक स्थानीय संगठन की ओर से मास्क वितरण के कार्यक्रम में भी शामिल हुआ था।
सुपर स्प्रेडर कहां संक्रमित हुआ, इसकी पुख्ता जानकारी नहीं
इस बीच एक जानकारी और सामने आई है कि सुपर-स्प्रेडर का बेटा भी उसी वक्त कोरोना संक्रमित पाया गया, जब उसके पिता के कोरोना पॉजिटिव होने की बात पता चली। अब जिला प्रशासन इस बात की छानबीन में लगे हैं कि इन दोनों में से किसने किसको इंफेक्टड किया। अधिकारियों के मुताबिक बेटे ने टेस्ट करवाने से पहले एक स्थानी बेकरी में दोस्तों के लिए एक पार्टी आयोजित करवाई थी। बुधवार तक वक्त पूर्वी गोदावरी जिले में कोरोना मरीजों की संख्या 300 के पार हो चुकी थी, जिसमें से अकेले 150 से ज्यादा मरीज उस सुपर-स्प्रेडर से संक्रिमित हुए हैं।
संपर्क में आए सभी लोगों की होगी जांच
बुधवार तक गोल्लाला मामीडाडा गांव में 3,571 लोगों को टेस्ट किया जा चुका था, जिनमें से 116 पॉजिटिव केस मिले हैं। इस गांव करीब 5,000 परिवार हैं और आबादी करीब 20,000 है। इस गांव को गोपुराला मामीडाडा नाम से भी जानते हैं। पूर्वी गोदावरी जिले के कलेक्टर डी मुरलीधर रेड्डी के मुताबिक सुपर-स्प्रेडर के संपर्क में आए सभी प्राइमरी और सेकंडरी संपर्कों की जांच कराई जा रही है। इसलिए, संक्रमितों की संख्या में आगे कुछ और इजाफा हो जाए तो हैरानी नहीं होनी चाहिए।(मंदिर छोड़कर बाकी तस्वीरें प्रतीकात्मक)