वैक्सीन पर टैक्स: अनुराग ठाकुर की सफाई- GST हटाने से बढ़ जाएंगे दाम
नई दिल्ली, 10 मई: देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर तेजी से कहर बरपा रही है। जिस वजह से अब रोजाना 4000 से ज्यादा मौतें हो रही हैं। वैज्ञानिकों ने साफ कर दिया है कि जब तक देश की ज्यादातर आबादी का टीकाकरण नहीं हो जाता है, तब तक हालात रुक-रुककर ऐसे ही बने रहेंगे। इस बीच रविवार को कांग्रेस नेता और राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर सुझाव दिए। साथ ही वैक्सीन पर लगाए जा रहे टैक्स को भी हटाने की मांग की, जिस पर अब भारत सरकार ने सफाई दी है।
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मल्लिकार्जुन खड़गे के पत्र पर पलटवार करते हुए केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि वैक्सीन पर जो जीएसटी ली जा रही है, उसमें आधा हिस्सा केंद्र और आधा राज्य का है। वहीं 41 प्रतिशत केंद्र का संग्रह राज्यों को ही मिला है। ऐसे में देखा जाए तो राज्य टैक्स संग्रह का 70 फीसदी पा रहे हैं। ठाकुर के मुताबिक वैक्सीन पर 5 प्रतिशत जीएसटी जनता के हित में है। अगर पूरी तरह से टैक्स में छूट दी जाती है, तो वैक्सीन बनाने वाली कंपनी अपने टैक्स का ऑफसेट नहीं दे पाएगी। ऐसे में उसको वैक्सीन का दाम बढ़ाना पड़ेगा। जिसका असर जनता पर ही पड़ेगा।
उन्होंने आगे बताया कि स्पुतनिक वी की 1.5 लाख खुराक पहले ही भारत पहुंच चुकी है। इसके साथ ही RDIF ने थोक उत्पादन के लिए स्थानीय भारतीय कंपनियों के साथ भी समझौता किया है, जो जल्द ही शुरू हो जाएगा।
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खड़गे
ने
पीएम
को
क्या
लिखा?
खड़गे
ने
अपने
पत्र
में
लिखा
कि
लगता
है
कि
केंद्र
ने
अपनी
जिम्मेदारियों
का
पालन
नहीं
किया
है,
इसलिए
सिविल
सोसाइटी
और
नागरिक
समूह
असाधारण
राष्ट्रीय
लड़ाई
लड़
रहे
हैं।
सरकार
को
चाहिए
कि
वो
सभी
देशवासियों
को
फ्री
में
वैक्सीन
देने
के
लिए
35000
करोड़
का
फंड
आवंटित
करे।
इसके
अलावा
वैक्सीन,
पीपीई
किट,
ऑक्सीजन
सिलेंडर
आदि
मेडिकल
उपकरणों
पर
से
जीएसटी
हटाई
जाए।