पीएनबी स्कैम: मोदी सरकार को बड़ा झटका, एंटीगुआ ने मेहुल चोकसी को भारत को सौंपने से किया इनकार
नई दिल्ली: हजारों करोड़ रुपए का पीएनबी घोटाला कर देश से फरार हुए हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी को वापस लाने की भारत की कोशिशों को झटका लगा है। मेहुल चोकसी अभी एंटीगुआ में है जबकि वहां की सरकार ने मेहुल चोकसी को अरेस्ट कर भारत भेजने से इनकार कर दिया है। एंटीगुआ सरकार ने कहा है कि भारत और उसके बीच कोई प्रत्यर्पण संधि नहीं है लिहाजा चोकसी को भारत के हवाले नहीं किया जा सकता है। एंटीगुआ की सरकार ने कहा कि चोकसी को नियमों के मुताबिक ही नागरिकता दी गई है।
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एंटीगुआ ने कहा- भारत के साथ प्रत्यर्पण संधि नहीं
जबकि कुछ दिनों पहले ही भारत के विदेश मंत्रालय द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया गया था कि एंटीगुआ चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए भारत के साथ सहयोग करेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया था कि एंटीगा सरकार ने प्रत्यर्पण संधि को संज्ञान में लिया है और इसपर जांच कर रही है। खबरों के मुताबिक, विदेश मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव मनप्रीत वोहरा 3 अगस्त को एंटीगुआ गए थे और चोकसी के प्रत्यर्पण के मामले पर बातचीत की थी।
चोकसी ने एंटीगुआ की नागरिकता हासिल कर ली
मेहुल चोकसी गीतांजलि जेम्स कंपनी का मालिक है और पीएनबी घोटाले के बाद से देश छोड़ कर फरार हो गया था और अभी वो एंटीगुआ में है जहां चोकसी उस देश के नागरिक के तौर पर रहता है। चोकसी ने नवंबर 2017 में एंटीगुआ की नागरिकता हासिल की थी।
भारत की कोशिशों को लगा झटका
जब भारत को इसकी जानकारी मिली तो एंटीगुआ की सरकार से संपर्क साधा गया और मेहुल चोकसी को वापस लाने की अपील भी भारत ने एंटीगुआ सरकार से की थी। वहीं, अब चोकसी के प्रत्यर्पण के मामले पर भारत सरकार को झटका लगा है और एंटीगुआ ने फिलहाल चोकसी को भारत के हाथों सौंपने से इनकार कर दिया है।
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