बदल गई बजट से जुड़ी एक और परंपरा, हलवा सेरेमनी कैंसिल, वित्त मंत्रालय ने ऐसे किया मुंह मीठा
नई दिल्ली, 28 जनवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार मंगलवार, 1 फरवरी को देश का बजट संसद में पेश करेगी। महंगाई के इस दौर में बजट, 2022 से हर वर्ग के लोगों को काफी उम्मीदें हैं। इस बीच मोदी सरकार ने बजट से जुड़ महत्वपूर्ण परंपरा में अब एक और बड़ा बदलाव किया है। वित्त मंत्रालय के मुताबिक बजट पेश किए जाने से पहले होने वाला हलवा सेरेमनी का आयोजन इस बार नहीं किया गया। हलवे की जगह बजट की तैयारी में जुटे लोगों को मिठाइयां दी गई हैं।

वित्त मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि कोरोना वायरस को देखते हुए इस बार पारंपरिक हलवा समारोह को इस साल पहली बार आयोजित नहीं किया गया है। मंत्रालय ने कहा, 'केंद्रीय बजट बनाने की प्रक्रिया में जुटे अधिकारियों को उनके कार्यस्थलों पर 'लॉक-इन' कर दिया गया, हर साल उनके लिए हलवा सेरेमनी का आयोजन किया जाता है। हालांकि इस बार महामारी की स्थिति और स्वास्थ्य सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की आवश्यकता को देखते हुए उन्हें हलवे की जगह मिठाइयां दी गईं।'
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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अपने ऑफिसों और वित्त मंत्रालय के बेसमेंट में लॉक इन अधिकारियों को बजट पेश होने के बाद ही किसी से मिलने की अनुमति होती है। केंद्र सरकार की तरफ से यह भी जानकारी दी गई कि पिछले वर्ष की तरह इस साल भी लोकसभा में पेपरलेस बजट पेश किया जाएगा। सदन में मौजूद सभी सदस्यों समेत अन्य सभी लोगों को बजट की डिजिटल कॉपी दी जाएगी। इसे मोबाइल ऐप के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा। बता दें कि पेपरलेस बजट के लिए केंद्र सरकार ने यूनियन बजट मोबाइल ऐप बनाया था। इसे हिंदी और अंग्रेजी दोनों माध्यमों से उपयोग किया जा सकता है।