ठाणे में टैक्सी ड्राइवर को पीटा, जबरन लगवाया जय श्री राम का नारा
नई दिल्ली। धर्म के नाम पर लोगों के साथ हिंसा और मॉब लिंचिंग जैसी घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला महाराष्ट्र के थाणे का है। यहां कैब ड्राइवर फैसल उस्मान खान के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। दरअसल फैसल पिछले साल से बतौर कैब ड्राइवर काम कर रहा है। सोमवार की सुबह तकरीबन 3 बजे जब वह एक यात्री को मानव कल्याण हॉस्पिटल से लेकर मुंबई जा रहा था, इसी दौरान उसकी गाड़ी में कुछ खराबी आ गई, जिसके बाद पीछे से आ रहे तीन युवकों ने उसके साथ सड़क पर ही मारपीट करनी शुरू कर दी।
अचानक खराब हुई कैब
फैसल ने बताया कि मेरी गाड़ी अचानक से खराब हो गई, फिर मैंने गाड़ी को रोककर उसकी बैक लाउट को बंद कर दिया और कार पार्किंग लाइट को जला दिया। मैं गाड़ी को स्टार्ट करने की कोशिश कर रहा था, तभी स्कूटर पर सवाल तीन आदमी वहां आए और मेरी गाड़ी के शीशे को पर जोर-जोर से मारने लगे, जिसके बाद मैंने इसका विरोध किया। तीनों ही आदमी शराब के नशे में धुत थे और वह जानना चाहते थे कि मैंने बीच सड़क पर अपनी गाड़ी क्यों रोक दी है।
जय श्री राम बोलने को कहा
इसके बाद आरोपियों ने गाड़ी की चाभी को निकाल लिया और ड्राइवर फैसल व एक यात्री को गाड़ी से घसीटकर बाहर निकाल लिया। इसके बाद ये लोग इन लोगों से गाली गलौज करने लगे। आरोपियों में से एक व्यक्ति मुझे मेरे धर्म को लेकर गाली दे रहा था, उसने मुझसे कहा कि जय श्री राम जोर से बोलो, तब मैं तुम्हे जाने दूंगा। इस दौरान जब एक यात्री ने पुलिस को फोन किया तो आरोपी वहां से भाग खड़े हुए। सोमवार को खान ने जब पुलिस से इसकी शिकायत की तो पुलिसवालों ने कहा कि परेशान होने की जरूरत नहीं है।
पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस को दिए अपने बयान में फैसल ने कहा है कि आरोपियों ने मुझे तार से मारना शुरू कर दिया और जब मैंने चीखते हुए या अल्लाह कहा तो वो बोले जय श्री राम कहो तभी तुम्हें छोड़ेंगे। मामले में मुंबई पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। थाणे पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पीड़ित ने आरोपियों की गाड़ी का नंबर लिख लिया है जोकि जयदीप मुंधे की है, उस दिन गाड़ी वही चला रहा था। हमने उसे मंगेध मुंधे और अनिल सूर्यवंशी को भी गिरफ्तार कर लिया है। ये सभी अगसन गांव के रहने वाले हैं। आरोपियों के खिलाफ पुराना कोई केस नहीं है।
पुलिस बहुत मददगार
फैसला का कहना है कि मैं सोशल मीडिया पर इस तरह के खबरें देखता था, लेकिन जब मेरे साथ यह हुआ तो मैं काफी डर गया हूं। लेकिन पुलिस काफी मददगार थी, उसने मेरी काफी मदद की। बता दें कि इससे पहले भी इसी तरह की एक घटना झारखंड में आ चुकी है जहां तबरेज अंसारी नाम के व्यक्ति की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।