केरल में एक और हाथी की मौत, पांच दिन से चल रहा था इलाज
नई दिल्ली। केरल में एक बार फिर से हाथी की मौत का मामला सामने आया है। इस बार केरल के मलप्पुरम में हाथी का शव पाया गया है। जानकारी के अनुसार हाथी की इलाज चल रहा था, लेकिन सोमवार को इसकी मौत हो गई। एक अधिकारी ने बताया कि हाथी गंभीर रूप से घायल था, पिछले पांच दिनों से उसका इलाज चल रहा था, लेकिन इलाज का हाथी के घाव पर असर नहीं हुआ और उसकी मौत हो गई। हाथी के बारे में जंगल के अधिकारियों को उस वक्त जानकारी मिली जब स्थानीय लोगों ने इसे घायल अवस्था में देखा और इसकी जानकारी उन्हें दी।
एक अधिकारी का कहना है हाथी के दांत पर गंभीर चोट लगी थी। घाव को देखकर ऐसा लगता है कि उसकी किसी दूसरे हाथी से भिड़ंत हुई थी। हाथी को बेहोश करके उसका इलाज किया जा रहा था, लेकिन हम उसे बचा नहीं सके। हाथी के इलाज के लिए वायनाड से विशेष मेडिकल टीम को बुलाया गया था, लेकिन बावजूद इसके हाथी बच नहीं सका। हाथी की मौत के बाद उसका पोस्ट मार्टम किया गया और इसके शव का जंगल में अंतिम संस्कार किया गया।
बता दें कि इससे पहले 27 मई को केरल के पलक्कड़ जिले में पटाखों से भरा अनानास खाने से गर्भवती हथिनी की मौत हो गई थी। हथिनी के मुंह में पटाखे का विस्फोट होने की वजह से गंभीर चोट लगी थी और वह कई दिनों तक कुछ खा नहीं सकी थी, जिसके बाद नदी में खड़े-खड़े हथिनी की मौत हो गई थी। हथिनी की मौत के बाद मामले की जांच के लिए टीम का गठन किया गया था। इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया जा चुका है। आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष अबतक कुल 50 हाथियों की मौत हो चुकी है, जिसमे से 47 की प्राकृतिक मृत्यु हुई है। पिछले वर्ष 120 हाथियों की मौत हुई थी, जिसमे से 110 की प्राकृतिक मौत हुई थी।
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