अन्ना हजारे ने खत्म किया अनशन, सरकार ने दिया लोकपाल विधेयक तैयार करने का आश्वासन
नई दिल्ली। समाजसेवी और लोकपाल के लिए लड़ाई लड़ रहे अन्ना हजारे ने मंगलवार शाम को अपना अनशन खत्म कर दिया है। अन्ना हजारे पिछले एक सप्ताह से अपने गांव रालेगण सिद्धी में लोकपाल की नियुक्ति को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे थे, जिसके बाद आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह और रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे ने उनसे मिलकर और लोकपाल विधेयक का आश्वासन देते हुए उनका अनशन खत्म करवाया।
समाजसेवी अन्ना हजारे 30 जनवरी से भूख हड़ताल कर रहे थे, जो अब खत्म हो चुका है। रालेगण सिद्धी में अन्ना से मुलाकात कर देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'हमने तय किया है कि 13 फरवरी को लोकपाल सर्च कमेटी की बैठक होगी और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन किया जाएगा। एक संयुक्त मसौदा समिति का गठन किया गया है, यह एक नया विधेयक तैयार करेगी और हम इसे अगले सत्र में पेश करेंगे।
इससे पहले अनशन पर बैठे अन्ना हजारे ने कई बार केंद्र की बीजेपी पर तीखा हमला बोला था। अन्ना ने न सिर्फ बीजेपी नेताओं का अपना इस्तेमाल करने का आरोप लगाया बल्कि यह भी कहा था कि बीजेपी के नेताओं को लोकपाल और लोकायुक्त से नफरत हो गई है।
फडणवीस से अन्ना के अनशन वाले स्थान पर शिवासेना ने भी दौरा कर बीजेपी को हस्तक्षेप करने की गुजारिश की थी। हालांकि, आज सरकार के प्रतिनिधियों ने मिलकर अन्ना को एक बार फिर लोकपाल की नियुक्ति के लिए आश्वासन दिया है।