दंगा शांत करा रहे थे अंकित शर्मा, भीड़ ने AAP के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के उकसावे पर की हत्या: चार्जशीट
नई दिल्ली। इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या केवल इसलिए कर दी गई क्योंकि वह दंगा शांत करा रहे थे। दिल्ली पुलिस ने बुधवार को इस मामले में एक चार्जशीट दाखिल की है। इस चार्जशीट में पुलिस ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। इसमें कहा गया है कि अंकित दोनों पक्ष के दंगाइयों को शांत कराने की कोशिश कर रहे थे, तभी भीड़ ने उन्हें मारना शुरू कर दिया। चार्जशीट के मुताबिक आम आदमी पार्टी (आप) के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के उकसावे पर भीड़ ने अंकित (Ankit Sharma) पर हमला किया था। अंकित की हत्या के बाद उनके शव को नाले में फेंक दिया गया।
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नाले से बरामद हुआ था अंकित का शव
अंकित शर्मा उत्तरपूर्वी दिल्ली के खजूरीखास के निवासी थे। वह 25 फरवरी से लापता थे और एक दिन बाद उनका शव चांद बाग इलाके के नाले से बरामद हुआ। उनके पिता की शिकायत पर पुलिस ने 26 फरवरी को एफआईआर दर्ज की थी। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक चार्जशीट के अनुसार, 'अंकित शर्मा के शरीर पर किसी धारदार हथियार के 51 निशान पाए गए हैं। जिससे पता चलता है कि कैसे साजिश के तहत दंगाइयों ने उनकी हत्या कर दी थी।' दिल्ली पुलिस ने ताहिर हुसैन और 9 अन्य लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है।
कई आरोपियों को जानता था ताहिर हुसैन
इसमें ताहिर हुसैन को हत्या का मुख्य साजिशकर्ता बताया गया है। उसने धार्मिक भावनाओं के नाम पर भीड़ को इकट्ठा किया था। वह कई आरोपियों को जानता था और हत्या में उनका साथ भी दिया था। चार्जशीट में ताहिर हुसैन सहित 10 लोगों पर हत्या, आपराधिक साजिश और आईपीसी की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट रिचा परिहार ने चार्जशीट दाखिल होने के बाद मामले की अगली सुनवाई के लिए 16 जून की तारीख रखी है।
घटनास्थल पर मौजूद था ताहिर हुसैन
पुलिस ने बताया कि उन्होंने वहां मौजूद लोगों की गवाही के आधार पर चार्जशीट तैयार की है, जिनका कहना है कि हुसैन 25 फरवरी को घटनास्थल पर मौजूद था और उसने चांद बाग पुलिया से अपने घर तक भीड़ का नेतृत्व भी किया था। चार्जशीट में कहा गया है, 'गवाहों ने कहा है कि हुसैन उस वक्त अपने घर पर ही मौजूद था, जब भीड़ उसके घर की छत से पत्थर, ईंट और पेट्रोल बम फेंक रही थी। गवाहों ने बताया कि ताहिर हुसैन भीड़ को हिंदुओं पर हमला करने के लिए उकसा रहा था।' पुलिस ने मामले में 81 गवाहों की लिस्ट पेश की है।
20-25 दंगाइयों ने अंकित पर हमला किया था
गवाहों के बयानों के आधार पर पुलिस ने दावा किया कि अंकित शर्मा शाम के 5 बजे हिंदुओं की भीड़ से निकले थे। ये लोग ताहिर हुसैन के घर से थोड़ी दूरी पर खड़े थे। अंकित दोनों पक्ष के लोगों को शांत करा रहे थे। चार्जशीट में लिखा है, 'तभी 20-25 दंगाइयों ने अंकित पर पत्थर, रोड, लाठी, डंडा, चाकू आदि से हमला करना शुरू कर दिया। ये लोग चांद बाग की पुलिया की तरफ से आए थे और ताहिर हुसैन के उकसावे पर उसी के घर के सामने से अंकित को पकड़कर चांद बाग पुलिया की ओर ले गए। भीड़ ने पीट-पीटकर अंकित की हत्या कर दी और उनके शव को नाले में डाल दिया।'
पुलिस को तीन लोगों का एक वीडियो भी मिला
पुलिस ने अदालत में कहा कि उन्हें घटना से संबंधित कोई सीसीटीवी फुटेज नहीं मिली है। इसके अलावा जो सीसीटीवी लगे भी थे, उन्हें भी दंगाइयों ने या तोड़ दिया या दूसरी तरफ मोड़ दिया। हालांकि पुलिस ने कहा कि उनके पास तीन लोगों का वीडियो है, जिसमें वो एक शव को नाले में फेंकते हुए नजर आ रहे हैं। लेकिन उनके चेहरे वीडियो में साफ नजर नहीं आ रहे। पुलिस ने ये दावा भी किया है कि एक आरोपी हसीन, जिसे स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है, उसके फोन की जांच की गई थी। उसने अपने दोस्त और रिश्तेदार से किसी शख्स की हत्या और शव को नाले में फेंकने की बात की थी। पुलिस ने ये भी कहा कि उसे हसीन के घर से खून से सना चाकू और कपड़े भी मिले हैं।
दिल्ली:
एयरपोर्ट
जा
रहे
स्पाइसजेट
के
पायलट
को
बदमाशों
ने
लूटा,
चाकू
से
किया
घायल