पेगासस पर नया खुलासा, निगरानी वाली लिस्ट में था अनिल अंबानी और पूर्व CBI प्रमुख का नंबर
नई दिल्ली, 23 जुलाई: देशभर में पेगासस जासूसी मामले को लेकर बहस जारी है। इस बीच गुरुवार शाम एक नई रिपोर्ट आई, जिसमें उद्योगपति अनिल अंबानी और एडीए समूह के एक वरिष्ठ अधिकारी के फोन हैक किए जाने की आशंका जताई गई। ये हैकिंग की कोशिश तब हुई थी, जब अनिल की कंपनी राफेल विमान सौदे के चलते विवादों में आई थी। हालांकि ये पुष्टि नहीं हो पाई कि मौजूदा वक्त में दोनों वो नंबर इस्तेमाल कर रहे या नहीं।
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द वायर की रिपोर्ट के मुताबिक पेगासस प्रोजेक्ट में जो नंबरों की लिस्ट जारी हुई है, उसमें अनिल अंबानी का नंबर शामिल है। अंबानी के अलावा कंपनी के कॉरपोरेट संचार प्रमुख टोनी जेसुदासन के साथ उनकी पत्नी का नंबर भी इसमें है। हालांकि रिपोर्ट में साफ कहा गया कि पेगासस स्पाईवेयर में नंबर जोड़ने का मतलब ये नहीं है कि उसकी निगरानी पक्का हुई है। इसकी विस्तृत जांच के लिए फोरेंसिक विश्लेषण जरूरी है।
वहीं भारत में डसॉल्ट एविएशन के प्रतिनिधि वेंकट राव पोसिना, साब इंडिया के पूर्व प्रमुख इंद्रजीत सियाल और बोइंग इंडिया के प्रमुख प्रत्यूष कुमार का भी नंबर उस लिस्ट में शामिल है, जिसकी निगरानी 2018 और 2019 में की गई थी। रिपोर्ट में आगे बताया गया कि फ्रांसीसी फर्म एनर्जी ईडीएफ के प्रमुख हरमनजीत नेगी का नंबर भी लीक हुए डेटाबेस में है। जब फ्रांसीसी राष्ट्रपति भारत की यात्रा पर आए थे, तो वो एक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे। उसी दौरान उनका नंबर लिस्ट में जोड़ा गया।
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द वायर के मुताबिक सीबीआई के पूर्व प्रमुख आलोक वर्मा का नंबर भी पेगासस स्पाईवेयर वाली लिस्ट में था। 2018 में उनका विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के साथ आंतरिक विवाद चल रहा था। इस बीच केंद्र ने उन्हें पद से हटा दिया। जैसे ही उन्होंने पद छोड़ा, उसके एक घंटे बाद उनका नंबर लिस्ट में जोड़ दिया गया। उनके साथ उनकी पत्नी, बेटी और दामाद के नंबर की भी जासूसी करवाई जा रही थी।