आंध्र प्रदेश में पहली बार एक सीएम के बेटे बनेंगे मुख्यमंत्री, जानिए कौन हैं वो
नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के बेटे जगन मोहन रेड्डी एक बार फिर चर्चा में हैं। जगनमोहन रेड्डी की गिनती आंध्र प्रदेश के बड़े नेताओं में होती है। रेड्डी वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष हैं और आंध्र प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता भी है। लेकिन अब वो मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। वैसे आपको बता दें कि जगनमोहन रेड्डी की पहचान नेता के तौर पर तो है ही साथ में वो बिजनेसमैन भी हैं। इस बार के विधानसभा चुनाव में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएसआर रेड्डी के बेटे जगनमोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस की इन चुनाव में एतकरफा जीत हुई है।
आंध्र प्रदेश में पहली बार किसी मुख्यमंत्री का बेटा बनेगा सीएम
इस बार के विधानसभा चुनाव में वाईएसआर कांग्रेस की सूनामी देखने को मिली। उनकी पार्टी ने 175 विधानसभा सीटों में से 151 सीट जीत ली हैं और एक सीट पर वो आगे चल रही है। वहीं दूसरी तरफ टीडीपी 23 सीटों पर सिमटती नजर आ रही है। ऐसे में अब ये साफ हो गया है कि राज्य में वाईएसआर की सरकार बनने जा रहा है और जगन मोहन रेड्डी मुख्यमंत्री के प्रबल दावेदार हैं। आपको बता दें कि आंध्र प्रदेश में ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब किसी मुख्यमंत्री का बेटा मुख्यमंत्री बनने जा रहा है। इससे पहले राज्य में ऐसा नहीं हुआ।
जगनमोहन के आगे फिसड्डी साबित हुए चंद्रबाबू नायडू
जगनमोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस ने आध्र प्रदेश में नायडू को करारी शिकस्त दी है। लोकसभा चुनाव में टीडीपी को मात्र 3 सीटों पर सिमटना पड़ा है। वहीं दूसरी तरफ वाईएसआर कांग्रेस का तूफान दक्षिण भारत के तटीय राज्य में आया। चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक उनकी पार्टी 22 सीट जीत चुकी है और एक सीट पर आगे आगे है। कांग्रेस का तो राज्य में सफाया हो गया है। राज्य में कुल 25 सीटें हैं। टीडीपी की विधानसभा चुनाव में 23 सीटें आई है और 23 वाईएसआर कांग्रेस के विधायक ही टीडीपी में आए थे। इसी तरह 3 सीटें उसे लोकसभा चुनाव 2019 में मिल रही हैं, उतने ही सासंद वाईएसआर कांग्रेस ने नायडू की पार्टी में आए थे।
2009 में हुई पिता की मौत
जगनमोहन रेड्डी के पिता आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी की साल 2009 में एक हेलिकॉप्टर क्रैश मौत हो गई। इसके बाद पिता के राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी जगन रेड्डी ने ली। जिस समय जगन के पिता की मौत हुई वो उस समय आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। लेकिन हादसे के बाद सीएम की कुर्सी खाली हो गई। इसके बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा थी की जगन मोहन रेड्डी सीएम बनना चाहते थे लेकिन कांग्रेस इससे असहमत थी। बस इसी बात को लेकर जगन रेड्डी नाराज हो गए। इसके बाद कई मौकों पर कांग्रेस पार्टी और जगन मोहन रेड्डी के बीच की नाराजगी देखने को मिली और 29 नवंबर 2010 को जगन रेड्डी ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उन्होंने मार्च 2011 में YSR Congress के नाम से नई पार्टी बनाने का ऐलान किया।
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