आंध्र प्रदेश में 5 सितंबर से स्कूलों को खोला जाएगा, शिक्षा व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री ने दिए कई निर्देश
नई दिल्ली। कोरोना काल में शिक्षण संस्थानों को खोलना सबसे बड़ी चुनौती है। महीनों से तमाम स्कूल, विश्वविद्यालय बंद पड़े हैं। इस बीच आंध्र प्रदेश सरकार स्कूलों को खोलने की तैयारी कर रही है। आंध्र प्रदेश सरकार ने फैसला लिया है कि वह 5 सितंबर से स्कूलों को खोलेगी, हालांकि इसपर अंतिम फैसला उस वक्त के हालात को देखते हुए लिया जाएगा। मीडिया को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री अदिमुलापु सुरेश ने पत्रकारों से बताया कि सरकार ने स्कूलों को खोलने के लिए 5 सितंबर की तारीख को तय किया है, लेकिन इसपर अंतिम फैसला उस तारीख के आने पर उस वक्त की स्थिति को देखते हुए लिया जाएगा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि जबतक स्कूल खुल नहीं जाते हैं, मिड डे मील की जगह छात्रों को सूखा राशन दिया जाएगा। छात्रों के घर में राशन को पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगले सत्र से प्री प्राइमरी शिक्षा यानि एलकेजी और यूकेजी की भी शुरुआत स्कूलों में की जाएगी। साथ ही आंध्र प्रदेश EAMCET, JEE, IIIT की तैयारी के लिए कोचिंग की शुरुआत की जाएगी। जिला स्तर पर एक ज्वाइंट डायरेक्टर स्तर के पद का सृजन किया जाएगा ,जिससे कि प्रदेश में शिक्षा का स्तर उठ सके। प्रदेश में शिक्षण व्यवस्था को फिर से शुरू करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने ने बैठक की थी। बैठक के बाद ये अहम फैसले लिए गए।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि दो जिला स्तर डायरेक्टर रेंज के पद का सृजन किया जाए जिससे कि सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम शिक्षा को लागू किया जा सके और मिड डे मील की व्यवस्था को बेहतर किया जा सके। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि हर मंडल में एक सरकारी जूनियर कॉलेज की स्थापना की जाए।
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