विजाग स्टील प्लांट के निजीकरण के विरोध में टीडीपी विधायक श्रीनिवास राव का इस्तीफा
विजाग स्टील प्लांट के निजीकरण के विरोध में टीडीपी विधायक श्रीनिवास राव का विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा
नई दिल्ली। विशाखापट्टनम स्टील प्लांट के प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में टीडीपी के विधायक गंटा श्रीनिवास राव ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। श्रीनिवास राव ने शनिवार को आंध्र प्रदेश विधानसभा के स्पीकर को अपना त्याग पत्र भेजा है। श्रीनिवास राव विशाखापट्टनम नॉर्थ विधानसभा सीट से टीडीपी के विधायक हैं। पूर्व की राज्य सरकार में वो मंत्री भी रह चुके हैं।
केंद्र सरकार ने विशाखापट्टनम स्टील प्लांट (विजाग स्टील प्लांट के नाम से भी जाना जाता है) को निजी हाथों में सौंपने का फैसला लिया है। केंद्र सरकार ने स्टील प्लांट का 100 फीसदी हिस्सा बेचने और स्टील प्लांट प्रबंधन की जिम्मेदारियों से भी पूरी तरह से हटने का फैसला लिया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल इकोनॉमिक अफेयर्स ने इसकी औपचारिक रूप से इसे मंजूरी दे दी है। इसको लेकर विशाखापट्टनम और आंध्र प्रदेश में काफी विरोध हो रहा है। यहां तक कि आंध्र प्रदेश के बीजेपी नेता भी इस पर सरकार के रुख से बहुत खुश नहीं दिख रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सोमू वीरराजू ने कहा है कि हम विशाखापत्तनम इस्पात संयंत्र बचाने के लिए हर संभव लड़ाई लड़ेंगे।
राजनीतिक दलों के अलावा मजदूर संगठनों ने भी केंद्र सरकार के फैसले की निंदा की है और कहा कि केंद्र सरकार के इस निर्णय के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। स्टील प्लांट के एआईटीयूसी के महासचिव डी आदिनारायण ने कहा कि अनेक लोगों के बलिदान के बाद स्टील प्लांट स्थापित हुआ है, इसे इस तरह से नहीं जाने दिया जा सकता है। बता दें कि विशाखापट्टनम स्टील प्लांट में 18,000 स्थायी और 20,000 ठेका कर्मचारी हैं। यह प्लांट लगभग 22,000 एकड़ में फैला है।
महाराष्ट्र: इडली के 20 रुपए को लेकर विवाद, तीन ग्राहकों ने ली दुकानदार की जान