पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू को बेटे समेत किया गया नजरबंद, सरकार के खिलाफ बुलाई थी रैली
चंद्रबाबू नायडू को बेटे समेत किया गया नजरबंद, सरकार के खिलाफ बुलाई थी रैली
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नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश में मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की सरकार और उनकी पार्टी के खिलाफ तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने राज्य के पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू और उनके बेटे नारा लोकेश को उन्हीं के घर में नजरबंद कर दिया है। आपको बता दें कि राज्य सरकार की नीतियों के विरोध में पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक अनशन पर बैठने का फैसला लिया था। इसके बाद राज्य में अलग-अलग जगहों पर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज होने लगे और पुलिस ने चंद्रबाबू नायडू को उनके बेटे समेत घर में नजरबंद कर दिया।
चंद्रबाबू नायडू के अलावा पुलिस ने आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में टीडीपी के एमएलसी वाईवीबी राजेंद्र प्रसाद और पूर्व विधायक तांगीराला सोवम्य को भी उनके घर में नजरबंद किया हुआ है। आंध्र प्रदेश के पूर्व मंत्री और टीडीपी नेता भूमा अखिला प्रिया को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। वहीं, पुलिस ने पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू को मीडिया से मिलने की इजाजत नहीं दी है। गौरतलब है कि तेलुगु देशम पार्टी ने वाईएसआर कांग्रेस के ऊपर राजनीतिक हिंसा का आरोप लगाते हुए बुधवार को आत्मकुर में एक बड़ी रैली बुलाई थी। इस रैली को 'चलो आत्मकुर' नाम दिया गया था।
पुलिस ने कहा, रैली की नहीं थी इजाजत
चंद्रबाबू नायडू को नजरबंद किए जाने की खबर सुनकर उनके समर्थक और पार्टी के नेता जब उनसे मिलने के लिए उनके घर की तरफ बढ़े तो पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया और हिरासत में ले लिया। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने एहतियात के तौर पर राज्य के नरसरावपेट, सटेनपल्ली, पलनाडु और गुराजाला में धारा 144 लागू कर दी है। पुलिस का कहना है कि टीडीपी के पास आत्मकुर रैली की इजाजत नहीं है। टीडीपी के कई अन्य नेताओं को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। फिलहाल टीडीपी समर्थक चंद्रबाबू नायडू को नजरबंद किए जाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
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