जगन मोहन ने पलटा चंद्रबाबू का फैसला, सीबीआई जांच के खोले द्वार
नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के नए मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के उस आदेश को रद्द कर दिया है जिसमें राज्य में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की एंट्री लगाई थी। अब सीबीआई को भ्रष्टाचार के मामलों की जांच की अनुमति फिर से मिल गई है। बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले नवंबर 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आंध्र प्रदेश में केंद्रीय प्रतिष्ठानों पर छापेमारी करने और जांच करने के लिए सीबीआई से 'आम सहमति' वापस ले ली थी।
आंध्र प्रदेश में सीबीआई की एंट्री पर लगा रोह हटा
सरकार के फैसले की पुष्टि करते हुए, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के महासचिव विजय साई रेड्डी ने कहा कि चंद्रबाबू नायडू डर गए थे। उन्होंने कहा कि जगनमोहन रेड्डी के शासन में राज्य में चोरों को बख्शा नहीं जाएगा। सोमवार को विजय साई रेड्डी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए इस फैसले की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने राज्य निकायों को निर्देश जारी करते हुए कहा कि आंध्र प्रदेश में सीबीआई की एंट्री के लिए किसी भी पूर्व अनुमति की जरूरत नहीं होगी।
विजय साई रेड्डी ने ट्वीट कर दी जानकारी
विजय साई रेड्डी अपने ट्वीट में कहा कि चंद्रबाबू ने सीबीआई पर प्रतिबंध लगा दिया था, उन्होंने आईटी छापेमारी को रोका था। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि ईडी राज्य के अंतर्गत कब से आने लगा। अब जगन ने राज्य में सीबीआई को अनुमति देने के आदेश जारी किए हैं। सीएम ने स्पष्ट किया कि चोरों को बख्शा नहीं जाएगा। क्या आप सुन रहे हैं मिस्टर चंद्रबाबू नायडू।
चुनाव में टीडीपी की कारारी हाल
बता दें कि लोकसभा चुनाव के साथ-साथ आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी हुए। जिसमें जगनमोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर ने भारी जीत हासिल की। क्योंकि इससे पहले राज्य में तेगुगु देशम पार्टी की सरकार थी और चंद्रबाबू नायडू मुख्यमंत्री थे। चुनाव में जीत हासिल करने के बाद जगनमोहन रेड्डी ने राज्य के नए मुख्यमंत्री चुने गए। नए मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण करने के बाद जगनमोहन रेड्डी ने पूर्व मुख्यंमत्री के फैसले को रद्द किया है। इसके अलावा जगनमोहन रेड्डी ने और भी कई बड़े फैसले लिए हैं।
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