आंध्र के सीएम जगन मोहन ने अपने मामा को बनाया तिरुपति मंदिर ट्रस्ट का चेयरमैन
नई दिल्ली- आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने अपने मामा को तिरुपति मंदिर ट्रस्ट का चेयरमैन बना दिया है। जगन के मामा वाईवी सुब्बा रेड्डी सत्ताधारी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद हैं। ट्रस्ट के बाकी सदस्यों की नियुक्ति अभी नहीं की गई है।
सुब्बा रेड्डी देखेंगे तिरुपति ट्रस्ट का काम
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट बोर्ड के चेयरमैन के रूप में मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के मामा वाईवी सुब्बा रेड्डी तुरंत ही अपना कामकाज संभाल लेंगे। लेकिन, बोर्ड के बाकी मेंबरों की नियुक्ति सरकार इस महीने के अंत में करेगी। इससे पहले गुरुवार को बोर्ड के पूर्व चेयरमैन पी सुधाकर यादव ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। यादव और उनके दो सहयोगियों ने पहले बोर्ड से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था। जबकि, बोर्ड के बाकी 11 सदस्यों ने एन चंद्रबाबू नायडू के सीएम पद से इस्तीफे के साथ ही अपना पद छोड़ दिया था।
धार्मिक होने के चलते मिला जिम्मा- सुब्बा रेड्डी
दिलचस्प बात ये है कि सोशल मीडिया पर रेड्डी को क्रिश्चियन बताया जाता है, लेकिन इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक उनका परिवार हिंदू है। 2014 के लोकसभा चुनाव में सुब्बा रेड्डी ओंगोले संसदीय सीट से वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते थे। इस बार उन्होंने लोकसभा का चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट बोर्ड का चेयरमैन बनाए जाने के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री ने इसके बारे में बताया। इस दौरान उन्होंने कहा, "क्योंकि मैं बहुत ही आध्यात्मिक और धार्मिक हूं, इसलिए तैयार हो गया। बाद में मैं राज्यसभा में भी जाऊंगा।"
दुनिया का सबसे धनवान मंदिर है
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट बोर्ड के पास तिरुमाला के भगवान वेंकटेश्वर मंदिर के प्रशासन की जिम्मेदारी है। यह दुनिया का सबसे धनवान मंदिर है। इसका सालाना टर्नओवर 3,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है। मंदिर में रोजाना 50,000 से 70,000 श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं और त्योहारों या पवित्र अवसरों पर इनकी संक्या एक लाख तक पहुंच जाती है। बोर्ड के पास मंदिर की व्यवस्था से लेकर श्रद्धालुओं की सुविधाओं की देखभाल तक की जिम्मेदारी है।
इसे भी पढ़ें- TDP को लग सकता है एक और झटका? BJP ने बढ़ाई नायडू की टेंशन