Bihar Elections 2020: बाहुबली अनंत सिंह के खिलाफ पत्नी नीलम देवी ने किया नामांकन, जानिए वजह
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में बुधवार को मोकामा सीट से बाहुबली विधायक अनंत सिंह (Anant Singh) ने पर्चा भरा था। मोकामा में छोटे सरकार के नाम से मशहूर अनंत सिंह इस जेल में बंद हैं और उन्हें आरजेडी ने उन्हें टिकट दिया है। कोर्ट से अनुमित मिलने पर अनंत सिंह कैदी वैन से ही नामांकन करने बाढ़ प्रखंड पहुंचे और अपना पर्चा भरा। अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी ने भी मोकामा सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया है।
अनंत सिंह पिछले चार बार से मोकामा सीट से विधायक हैं। 2015 में उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ही राजद के उम्मीदवार को चुनावी मैदान में धूल चटा दी थी। ऐसे में उनकी पत्नी के पर्चा भरने के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। आइए आपको बताते हैं कि नीलम देवी ने आखिर उसी सीट से पर्चा क्यों भरा है जिससे उनके पति अपनी उम्मीदवारी ठोक रहे हैं।
दरअसल नीलम देवी को उनके पति अनंत सिंह ने ही नामांकन कराया है। अनंत सिंह जेल में बंद हैं और उन्हें लगता है कि अगर किसी वजह से उनका पर्चा खारिज हो जाता है तो उनकी पत्नी चुनाव लड़ सकेंगी। मोकामा सीट से जेडीयू ने राजीव लोचन सिंह को प्रत्याशी बनाया है।
लोकसभा
का
लड़
चुकी
हैं
चुनाव
ऐसा
नहीं
है
कि
नीलम
देवी
केवल
अनंत
सिंह
की
सीट
बचाने
के
लिए
पर्चा
भरती
है।
2019
के
लोकसभा
चुनाव
में
उन्होंने
कांग्रेस
के
टिकट
पर
मुंगेर
सीट
से
चुनाव
लड़ा
था।
हालांकि
उन्हें
जदयू
के
प्रत्याशी
ललन
सिंह
ने
हरा
दिया
था।
अनंत
सिंह
को
लेकर
आरजेडी
का
यू-टर्न
इस
बार
अनंत
सिंह
को
आरजेडी
ने
भले
उम्मीदवार
बनाया
है
लेकिन
कभी
अनंत
सिंह
आरजेडी
के
निशाने
पर
रहे
थे।
2005-15
तक
जेडीयू
के
विधायक
रहे
अनंत
सिंह
को
लालू
यादव
के
विरोध
के
चलते
ही
जेडीयू
ने
पार्टी
से
निकाला
था।
यही
नहीं
अनंत
सिंह
को
जेल
जाना
पड़ा
और
वहीं
से
चुनाव
लड़े।
उन्होंने
2015
में
आरजेडी
प्रत्याशी
को
भारी
अंतर
से
हराया
था।
तेजस्वी
यादव
उन्हें
असामाजिक
तत्व
कहते
रहे
हैं
लेकिन
इस
बार
अनंत
को
आरजेडी
ने
टिकट
दिया
है।
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