राजस्थान के चुनावी रण में उतरी गैंगस्टर आनंदपाल की बेटी, क्या बढ़ेगी बीजेपी की मुश्किल
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नई दिल्ली। राजस्थान विधानसभा चुनाव अब अपने आखिरी दौर में है। ऐसे वक्त में सत्ताधारी बीजेपी हो या फिर विपक्षी पार्टी कांग्रेस दोनों ही दल काफी सोच-विचार कर अपनी चुनावी रणनीति को अंजाम दे रहे हैं। हालांकि चुनाव से ठीक पहले बीजेपी के लिए परेशान करने वाली खबर आ रही है। दरअसल राजस्थान में बीजेपी पहले से ही राजपूतों की नाराजगी से परेशान है, इस बीच गैंगस्टर आनंदपाल सिंह की बेटी योगिता सिंह भी अब चुनावी रण में उतर आई हैं। आनंदपाल सिंह की मौत के करीब एक साल बाद उनकी बेटी ने जिस तरह से अचानक चुनाव मैदान में एंट्री मारी है, इससे सबसे ज्यादा परेशान बीजेपी के रणनीतिकार हैं। पार्टी को डर है कि कहीं कांग्रेस को इसका फायदा नहीं मिल जाए। दूसरी ओर खबर है कि कांग्रेस को भी लग रहा है कि योगिता सिंह के आने से पार्टी को फायदा हो सकता है।
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योगिता सिंह कर रहीं बीजेपी के खिलाफ प्रचार
आनंदपाल सिंह की बेटी योगिता सिंह के चुनाव मैदान में आने के बाद माना जा रहा कि सीकर, चुरू समेत राजपूत बाहुल्य इलाकों की कई सीटों पर असर हो सकता है। खुद योगिता भी राजपूत बाहुल्य क्षेत्रों में जाकर बीजेपी के खिलाफ प्रचार कर रही हैं। बताया जा रहा कि योगिता इन इलाकों में लोगों से मिलकर उन्हें बीजेपी के खिलाफ मतदान की अपील कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने हम पर अत्याचार किए हैं और बेगुनाह लोगों का एनकाउंटर किया है।
कांग्रेस को मिल सकता है फायदा
इससे पहले ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि राजस्थान चुनाव में गैंगस्टर आनंदपाल सिंह की मां निर्मल कंवर को कांग्रेस से टिकट मिल सकता है। हालांकि ऐसा नहीं हुआ तो निर्मल कंवर ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन किया। हालांकि बाद में उन्होंने किसी वजह से अपना नामांकन वापस ले लिया। इस बीच योगिता सिंह चुनाव प्रचार के लिए आगे आई। माना जा रहा है कि योगिता के आने से कांग्रेस पार्टी की चुनावी रणनीति को फायदा मिल सकता है।
योगिता सिंह के इस दांव से बीजेपी की दोहरी मुश्किल
बता दें कि योगिता सिंह के पिता गैंगस्टर आनंदपाल सिंह को एक साल पहले पुलिस ने एक एनकाउंटर में मार गिराया था। आनंदपाल के परिजनों का आरोप है कि सरकार के दबाव में पुलिस ने ये एनकाउंटर किया था। इतना ही नहीं राजपूत समाज ने इस मामले में राज्य सरकार का विरोध किया था, साथ ही इस घटना के सीबीआई जांच की मांग की थी। इस पूरे मामले के बाद अब जिस तरह से आनंदपाल की बेटी चुनाव प्रचार में उतरी हैं, ये कदम बीजेपी के लिए मुश्किल का सबब बन सकता है।
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