AMU ने 'आतंकी' छात्र मन्नान वानी को निलंबित किया, हॉस्टल में छापेमारी
सूबे के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद का कहना है कि यह बेहद गंभीर मामला है और इसमें गहराई से छानबीन कराए जाने की जरूरत है
नई दिल्ली। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने पीएचडी छात्र मन्नान वानी को सस्पेंड कर दिया है। मन्नान वानी बीते पांच साल से यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहा था। एएमयू ने ये फैसला मन्नान वानी के हिज्बुल मुजाहिदीन का आतंकी बनने की खबर के बाद किया है। दूसरी ओर मन्नान वानी के आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़ने की खबर के बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में छापेमारी की गई। वानी यूपी के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से एमफिल करने के बाद जियोलॉजी में पीएचडी कर रहा था।
3 जनवरी से लापता मन्नान वानी के एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है
26 साल का मन्नान वानी कुछ दिन से लापता था। 3 जनवरी से लापता मन्नान वानी के एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है, इस तस्वीर में मन्नान के हाथ में ऑटोमैटिक राइफल है और उस फिर उसके हिज़बुल में शामिल होने की बात लिखी हुई है। रविवार को ही मन्नान के पिता ने उसकी गुमशुदगी का केस दर्ज कराया था लेकिन इस फोटो के सामने आने के बाद कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।मन्नान की तलाश में पुलिस ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के हबीब हॉस्टल में छापेमारी भी की, जहां से पुलिस को कई आपत्तिजनक किताबें मिली हैं।
पुलिस कर रही है छानबीन
सूबे के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद का कहना है कि यह बेहद गंभीर मामला है और इसमें गहराई से छानबीन कराए जाने की जरूरत है। उनके मुताबिक यूपी में देशद्रोहियों के लिए कोई जगह नहीं है। हालांकि उन्होंने यह साफ कर दिया कि जांच के दायरे में सिर्फ शोध छात्र मन्नान ही रहेगा और पूरी युनिवर्सिटी की जांच नहीं कराई जाएगी। इलाहाबाद में मीडिया से बात करते हुए डिप्टी सीएम केशव ने कहा कि जांच में ही यह साफ हो सकेगा कि शोध छात्र के आतंकी होने की खबर में कितनी सच्चाई है।
कौन है मन्नान वानी?
मन्नान वानी के पिता का नाम बशीर अहमद वानी है और वह जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के ताकिपोरा गांव का रहने वाला है। पुलिस के मुताबिक वानी तीन दिन पहले ही एएमयू से कश्मीर गया था। मन्नान वानी पिछले पांच साल से एएमयू में पढ़ रहा था। वह एमफिल कर रहा था। वह अब जिऑलजी में पीएचडी कर रहा था। दो दिन पहले राइफल के साथ उसकी फोटो फेसबुक पर वायरल हो गई, जिसमें लिखा था कि उसने 5 जनवरी को हिज्बुल जॉइन कर लिया।
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