कुपवाड़ा एनकाउंटर: मुठभेड़ में मारा गया एएमयू का पूर्व छात्र मन्नान वानी, हिजबुल का था टॉप कमांडर
श्रीनगर। श्रीनगर। नॉर्थ कश्मीर के कुपवाड़ा के हंदवाड़ा में जारी एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को ढेर कर दिया है। बताया जा रहा है कि इसमें मारा गया एक आतंकी जो हिजबुल मुजाहिद्दीन का कमांडर है, उसका नाम मन्नान वानी है और वह अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का पूर्व छात्र था। एनकाउंटर हंदवाड़ा के शरतगुंड बाला गांव में चल रहा है आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद हुआ है। हालांकि अभी तक न तो सेना और न ही जम्मू कश्मीर पुलिस की ओर से इस बात की पुष्टि की गई कि एक आतंकी मन्नान वानी है।
जनवरी 2017 में आई थी फोटो
घाटी के अखबार कश्मीर रीडर ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। अभी दूसरे आतंकी की शिनाख्त की जा रही है। मन्नान जनवरी 2017 में आतंकी संगठन का हिस्सा बना था। मन्नान की एक फोटोग्राफ सोशल मीडिया पर आई थी जिसमें उसे एक बैरल ग्रेनेड लॉन्चर पकड़े हुए देखा जा सकता था। इस फोटो के साथ ही मन्नान ने संदेश दिया था कि उसने हिजबुल को ज्वॉइन कर लिया है। फोटोग्राफ फेसबुक और व्हाट्सएप पर पांच जनवरी 2017 को शेयर की गई थी। मन्नान के परिवार का कहना था कि उन्होंने सोशल मीडिया पर यह फोटो देखी है लेकिन उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
अमेरिका जाने की थी तैयारी
पिछले पांच वर्षों से मन्नान एएमयू से पढ़ रहा था। वह जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के ताकिपोरा गांव का रहने वाला था। घरवाले उसे आगे की पढ़ाई के लिए यूएस भेजने की तैयारी कर रहे थे और वह इसके लिए काफी उत्साहित था लेकिन उसके आतंकी संगठन में शामिल होने की खबर के बाद से घरवाले निराश थे और वापसी की उम्मीद लगाए बैठे थे। मन्नान के परिवार के मुताबिक चार जनवरी 2017 से ही उनका उससे कोई संपर्क नहीं हुआ था क्योंकि उसका फोन स्विच्ड ऑफ था। इसके बार परिवार ने पुलिस में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एएमयू की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक 26 वर्षीय मन्नान 'स्ट्रक्चरल एंड जिओ मोर्फोलाजिकल स्टडी ऑफ लोलाब वैली' पर पीएचडी कर रहा था। मन्नान को साल 2016 में एक इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में 'वॉटर, एनवॉयरमेंट, इकोलॉजी और सोसायटी' पर पेपर्स देने की वजह से पुरस्कार भी दिया जा चुका था।
छात्र राजनीति में था सक्रिय
जिस कॉन्फ्रेंस में मन्नान का पुरस्कार मिला था उसमें 20 अलग-अलग देशों से करीब 400 प्रतिनिधि शामिल हुए थे। मन्नान कश्मीर यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट था और ग्रेजुएशन के बाद उसने एएमयू में एडमिशन ले लिया था। साल 2016 में जब एएमयू में यूनियन इलेक्शन हुए तो मन्नान ने सक्रियता से इसमें भाग लिया। उसने एक ऑनलाइन पोर्टल पर छात्र राजनीति पर आर्टिकल भी लिखा था। यूनिवर्सिटी की वेबसाइट ने मन्नान को एक ऐसे छात्र के तौर पर बताया है जिसका जियोपॉलिटिक्स और इस्लाम से जुड़े आंदोलनों में काफी रूचि थी।