अमृतसर: हादसे के दौरान हवा में उछला बच्चा, महिला ने जान पर खेलकर बचाई उसकी जिंदगी
पंजाब के अमृतसर में हुए दर्दनाक हादसे में कई लोगों की जान चली गई। अपनों के साथ जोड़ा फाटक पर दशहरे का मेला देखने आए न जानें कितने लोग उस दिन अपनों से बिछड़ गए। इसमें 10 महीने का एक बच्चा भी है, जिसे उसके माता-पिता रावणदहन दिखाने लाए थे।
अमृतसर। पंजाब के अमृतसर में दशहरे के मौके पर हुए दर्दनाक हादसे में कई लोगों की जान चली गई। अपनों के साथ जोड़ा फाटक पर दशहरे का मेला देखने आए न जानें कितने लोग उस दिन अपनों से बिछड़ गए। इसमें 10 महीने का एक बच्चा भी है, जिसे उसके माता-पिता रावण दहन दिखाने लाए थे। इस बच्चे के पिता की ट्रेन हादसे में मौत हो गई, लेकिन बच्चे को एक महिला ने बचा लिया। मीणा देवी नाम की एक महिला ने बड़ी ही बहादुरी से बच्चे को जमीन से गिरने से पहले ही बचा लिया।
अमृतसर के जोड़ा फाटक पर दर्दनाक हादसा
अमृतसर में जोड़ा फाटक पर दशहरे का मेला देखने 55 वर्षीय मीणा देवी भी गई थीं। खुद ट्रेन हादसे से बाल-बाल बचीं मीणा देवी ने बड़ी ही बहादुरी से एक बच्चे की जान बचाई। हादसे के दौरान मीणा देवी के सामने एक शख्स बच्चे को हाथ में लिए खड़ा था। ट्रेन जैसे ही शख्स की तरफ बढ़ी उसने बच्चे को हवा में उछाल दिया। ट्रेन से खुद हल्के से बचीं मीणा देवी तुरंत बच्चे को बचाने आगे बढ़ीं और जमीन पर गिरने से पहले उन्होंने बच्चे को पकड़ लिया। मीणा ने बड़ी ही बहादुरी ऐसे मुश्किल वक्त में बच्चे की जान बचाई।
बच्चे की जान बचा की उसकी देखभाल
मीणा ने बच्चे के परिवार में बाकी लोगों को भी ढूंढना चाहा। हादसे के बाद बच्चे को अस्पताल ले जाने से पहले मीणा उसे घर लेकर गईं और उसे दूध पिलाया। इसके बाद मीणा बच्चे के परिजनों को तलाशने के लिए अस्पताल गईं। उन्होंने कहा कि अगर उसके माता-पिता नहीं मिलते हैं तो वो खुशी-खुशी उसकी देखभाल करेंगी। हालांकि काफी छानबीन के बाद बच्चे के परिजनों का पता चल गया है। बच्चे की पहचान विशाल के रूप में हुई है।
कुछ घंटो बाद हुई बच्चे और मां की पहचान
उसकी मां राधिका ट्रेन हादसे में बुरी तरह जख्मी हो गई थी, जिसका एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। नन्हा विशाल हादसे के दौरान अपने पिता की गोद में था, जिनकी हादसे में मौत हो गई। विशाल का भी सिविल अस्पताल में सीटी स्कैन कर इलाज किया गया। मीणा देवी की इस बहादुरी की चारों ओर तारीफ हो रही है। अमृतसर ट्रेन हादसे में अब तक 60 लोगों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार को अमृतसर के चौड़ा बाजार स्थित जोड़ा फाटक पर दशहरे का पर्व मातम में बदल गया।
लोगों को रौंदती हुई निकल गई ट्रेन
शुक्रवार को रेलवे की पटरियों से महज 200 फुट की दूरी पर रावण दहन का कार्यक्रम किया जा रहा था। इसी दौरान जालंधर से अमृतसर जा रही डीएमयू ट्रेन वहां से गुजरी जिसकी चपेट में कई लोग आ गए। जब ट्रेन वहां से गुजरी, तब वहां करीब 300 लोग मौजूद थे। रावण दहन के वक्त पटाखों की तेज आवाज के कारण ट्रेन का हॉर्न लोगों को नहीं सुनाई पड़ा। इसकी वजह से यह हादसा हो गया।
सरकार ने किया मुआवजे का ऐलान
इस हादसे में 60 लोगों की मौत हुई है, जबकि 72 लोग घायल हैं, हादसे के वक्त ट्रेन की रफ्तार करीब 100 किमी. प्रति घंटे थी। हादसे में मृतकों को राज्य सरकार ने पांच लाख और केंद्र सरकार ने 2 लाख रुपये मुआवजा का ऐलान किया। वहीं केंद्र सरकार ने घायलों को 50-50 हजार रुपये मुआवजा दिया।