कौन बनेगा करोड़पति में 20 हजार के सवाल के जवाब में आया संबित पात्रा का नाम, जानिए कैसे
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा मीडिया में अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। न्यूज डिबेट में वो जिस तरह से अपनी बात रखते हैं या जिस तरह वो विपक्ष के लोगों पर हमला बोलते हैं, उस अंदाज से हर कोई वाकिफ है। कुछ दिनों पहले लोकसभा चुनाव 2019 में ओडिशा की पुरी लोकसभा चुनाव के दौरान भी उनका प्रचार काफी चर्चा में रहा। और इसी वजह के चलते शुक्रवार को कौन बनेगा करोड़पति में 20 हजार रुपए के सवाल के जवाब में संबित का नाम आया। विस्तार से जानिए कैसे
एक सवाल के आप्शन में था संबित का नाम
असल में केबीसी के पहले पड़ाव यानी 20 हजार रुपये के सवाल के तौर पर उन्होंने देश के राजनेता की आवाज सुनाई। इसके ऑप्शन के तौर अमिताभ ने चार विकल्प दिए। इन विकल्पों में राजनाथ सिंह, अमित शाह, रविशंकर प्रसाद के साथ अंतिम आप्शन संबित पात्रा भी थे। बिहार के सनोज से जब यह सवाल पूछा गया था तब पहले ही इसका जवाब साफ हो गया था। क्योंकि यह आवाज असल में देश के गृहमंत्री व देश के बेहद चर्चित राजनेता अमित शाह की थी। लेकिन विकल्प के तौर पर सभी नाम सुनने के बाद अंत में उन्होंने अमित शाह का नाम लिया।
11वें सीजन के पहले शख्स हैं सरोज जो 7 करोड़ के सवाल तक पहुंचेगे
उल्लेखनीय है कि सनोज ही वे केबीसी के 11वें सीजन के पहले शख्स हैं, जो पहली बार एक करोड़ के सवाल का भी सही जवाब देकर चोटी के 16वें सवाल यानी सात करोड़ के सवाल तक पहुंचेंगे। सनोज बिहार के जहनाबाद के एक गांव के रहने वाले हैं। सनोज बीटेक किए हुए हैं और हाल ही में उनका असिस्टेंट कमांडेंट के तौर पर पैरा मिलिट्री फोर्स में चयन हुआ है। लेकिन वे सिविल सर्विसेज के लिए तैयारी कर रहे हैं। वह आईएएस अधिकारी बनना चाहते हैं।
पुरी सीट से लोकसभा चुनाव हार गए थे संबित पात्रा
2019 के आम चुनाव में भी बीजेपी के कई नेताओं को मोदी लहर में जीत नसीब हो गई। बीजेपी प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा का नाम इसी लिस्ट में शामिल है। इस बार के आम चुनाव में संबित पात्रा को ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट से टिकट मिला था। हालांकि यहां से संबित पात्रा को हार का सामना करना पड़ा है। पात्रा को बीजू जनता दल के पिनाकी मिश्र से शिकस्त मिली। हालांकि दोनों के बीच कड़ी टक्कर जरूर देखी गई। वोटों की गिनती के राउंड में कभी पिनाकी आगे होते तो कभी पात्रा बढ़त बनाते। दोनों के बीच हर राउंड में अंतर भी महज 600-700 वोटों का होता था। लेकिन आखिर में बाजी पिनाकी मिश्र के नाम रही। आखिरी राउंड में पात्रा को 11714 वोटों से शिकस्त का सामना करना पड़ा।