कर्नाटक में शाह का मिशन 'कमल', बीजेपी की जीत के लिए 34 दिनों में की 57000 किमी यात्रा
बेंगलुरू: कर्नाटक चुनाव में बीजेपी ने 104 सीटों पर जीत हासिल की और सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर सामने आई। बीएस येदुरप्पा को भाजपा कर्नाटक की कमान सौंपी गई थी जिन्होंने सीएम पद की शपथ भी ली। दक्षिण में पांव पसारने के लिए कर्नाटक चुनाव बीजेपी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा था। कर्नाटक के चुनाव में प्रचार के दौरान बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कई रैलियां की।
वहीं अगर बात करें चुनाव प्रचार की तो, अमित शाह ने इस चुनाव में 59 जनसभाओं को सम्बोधित किया। इसके लिए उन्होंने कर्नाटक के 28 जिलों का दौरा किया। अमित शाह ने 34 दिनों में कर्नाटक में 57,135 किमी यात्रा की।
कर्नाटक में शाह ने की 59 जनसभाएं
इस वक्त पार्टी उत्तर प्रदेश उपचुनाव में दो सीटों पर मिली हार का दंश झेल रही थी। पार्टी के मनोबल को बढ़ाने का जिम्मा अमित शाह के कंधों पर था। इसके लिए अमित शाह ने कर्नाटक में चुनाव प्रचार की कमान संभाली और अप्रैल के पहले हफ्ते से उन्होंने लगातार रैलियां की।
पार्टी कार्यकर्ताओं को बूथ लेवल पर काम करने की सलाह दी
अमित शाह ने एक बार फिर पार्टी के कार्यकर्ताओं को बूथ लेवल पर काम करने की सलाह दी जहां से बीजेपी ने जीत के लिए अपना रास्ता बनाया। अमित शाह ने सबकुछ अपने हाथों में लिया और मेनिफेस्टो पर भी नजर रखी। भाजपा ने कर्नाटक में एक मुख्य चुनावी घोषणा पत्र और 224 अन्य प्रत्येक विधानसभा के लिए भी जारी किया था।
भाजपा ने कर्नाटक चुनाव में 104 सीटों पर जीत हासिल की
बता दें कि भाजपा ने कर्नाटक चुनाव में 104 सीटों पर जीत हासिल की और सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर सामने आई। एक लम्बे सियासी ड्रामे के बाद आखिरकार बीएस येदुरप्पा ने सीएम पद की शपथ भी ली। येदुरप्पा को बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष का समर्थन प्राप्त था और उन्होने कर्नाटक में बीजेपी की इस जीत में बड़ी भूमिका निभाई।