नागरिकता संशोधन बिल की राज्यसभा में अग्नि परीक्षा आज
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल को पेश करेंगे। इस बिल को सोमवार को लोकसभा में पास कर दिया गया था, जिसके बाद आज राज्यसभा में इस बिल को पास कराना मोदी सरकार के सामने बड़ी चुनौती है। हालांकि इस बिल को पास कराने में पार्टी को खास दिक्कत नहीं होनी चाहिए क्योंकि इसे पास कराने के लिए पार्टी को 120 सांसदों का समर्थन चाहिए, जबकि एनडीए के पास तकरीबन 115 का आंकड़ा है। अकेले भाजपा के पास 83 सांसद हैं। हालांकि देखने वाली बात यह होगी कि क्या भाजपा सरकार इस बिल को विपक्ष के भारी विरोध के बीच पास करा पाएगी या नहीं।
इस बिल पर लोकसभा में सोमवार रात तकरीबन 12 बजे तक बहस चली और अंत में इस बिल पर वोटिंग की गई। बिल के पक्ष में कुल 311 वोट पड़े जब विपक्ष में कुल 80 वोट पड़े। अहम बात यह है कि नीतीश कुमार की जदयू और राम विलास पासवान की पार्टी ने भी इस बिल के समर्थन में अपना वोट किया। शिवसेना, बीजेडी, वाईएसआर कांग्रेस और गैर भाजपा दलों ने इस बिल के समर्थन में वोट दिया।
गौरतलब है कि राज्यसभा में इस बिल को पास करने के लिए 120 सांसदों के समर्थन की जरूरत है। भाजपा इस बिल को पास कराने को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त दिख रही है। अगर वाईएसआर कांग्रेस, शिवसेना, बीजेडी अपना समर्थन देती हैं तो इस बिल को राज्यसभा में पास कराया जा सकता है। इस बिल को पास कराने के लिए कुल 239 में से 120 सांसदों की क जरूरत है। भाजपा के पास सदन में 83 सांसद हैं, जदयू के पास 6, एआईएडीएमके के पास 11, अकाली दल के पास 3, व 12 नामित सांसद हैं जो भाजपा के समर्थन में हैं। इसके अलावा बीजेडी व वाईएसआर कांग्रेस के सांसद भी इस बिल का समर्थन कर सकते हैं, लिहाजा इस बिल को आसानी से राज्यसभा में पास किया जा सकता है।