अमित शाह बोले- मुझे 2013 याद है जब प्रधानमंत्री को कोई प्रधानमंत्री मानता ही नहीं था
नई दिल्ली। गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को नई दिल्ली में एआईएमए का 46वां राष्ट्रीय प्रबंधन सम्मेलन के दौरान अप्रत्यक्ष रूप से पूर्व की यूपीए सरकार पर निशाना साधा। अमित शाह ने कहा, '2013 का दृश्य मुझे याद है, भ्रष्टाचार चरम पर था, सीमाओं की सुरक्षा का कोई ठौर-ठिकाना न था, आंतरिक सुरक्षा चरमाराई थी, महिलाओं की सुरक्षा ताक पर थी, प्रधानमंत्री को कोई प्रधानमंत्री मानता ही नहीं था। तब लोगों को लगता था कि देश किस दिशा में बढ़ रहा है।'
अमित शाह ने कहा कि कोई सरकार 30 साल चलती है तो पांच बड़े फैसले ले पाती है। लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में जो सरकार पांच साल चली, इसने 50 से ज्यादा बड़े फैसले लेकर देश को परिवर्तित करने का काम किया है। एक निर्णायक सरकार देने का काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है। अमित शाह ने कहा कि एक व्यक्ति शायद कुछ ना कर सके लेकिन 130 करोड़ लोग एक-एक कदम आगे बढ़ा ले, तो देश 130 करोड़ कदम आगे बढ़ जाता है।
गृहमंत्री ने कहा कि हमने कभी भी निर्णय लोगों को क्या अच्छा लगेगा, ये सोचकर नहीं लिया, बल्कि लोगों के लिए क्या अच्छा है, ये सोचकर हमने निर्णय लिए हैं। यही देश के परिवर्तन का आधार है। शाह ने कहा कि जब भी देश में सरकारें बनी तो 4 बड़े विवादों में घिरी रहीं। सरकार गरीबों की है या अमीरों की, किसानों के लिए काम करने वाली है या उद्योगों के लिए, समाजवाद के सिद्धांत पर आगे बढ़ने वाली है या रिफॉर्म के आधार पर। पीएम मोदी ने इनको समाप्त कर समान विकास किया है।
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अमित शाह ने मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। शाह ने कहा कि जब हम एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक जैसे फैसले लेते हैं, तब कई सारी चीजें सामने होती हैं कि युद्ध होगा तब क्या होगा, गड़बड़ हो जाएगा तो क्या होगा? पहले दुनिया मानती थी कि देश की कोई रक्षा नीति नहीं है। जब सर्जिकल स्ट्राइक हुई तो दुनिया के लोगों ने कहा कि ये तो अचंभे में की गई कार्रवाई है, ये आपकी नीति नहीं है। जब एयर स्ट्राइक हुई तो दुनिया के लोगों ने कहा कि ये भारत की नीति है।