धारा 370 हटाने के बाद अमित शाह ने शेयर किए कश्मीर से जुड़े ये दो वीडियो
जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35ए हटाए जाने के बाद शुक्रवार को सामान्य हालातों के बीच जुमे की नमाज अदा की गई।
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35ए हटाए जाने के बाद शुक्रवार को सामान्य हालातों के बीच जुमे की नमाज अदा की गई। इस दौरान कुछ समय के लिए फोन और इंटरनेट सेवा को भी बहाल किया गया। धारा 370 हटाने और जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों के बीच बांटने के फैसले के बाद घाटी में हालातों पर नजर बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संदेश में गुरुवार को कहा कि धारा 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में विकास के नए कीर्तिमान स्थापित होंगे। इस बीच गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर पर लिए गए फैसले को लेकर लोगों की राय से जुड़े दो वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किए।
'मैंने अपनी पढ़ाई रोक दी'
गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को अपने ट्विटर हैंडल पर दो वीडियो शेयर किए, जिनमें न्यूज चैनल इंडिया टुडे की एक पत्रकार जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के फैसले के बाद लोगों की राय ले रही थीं। इनमें से पहले वीडियो में एक सफाई कर्मचारी से जब बात की गई तो उन्होंने बताया, 'मैं एक सफाई कर्मचारी हूं। मैंने भूखा रहकर अपनी बेटी को परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने के लिए पैसे बचाए। उसने परीक्षा पास की लेकिन स्थाई निवासी प्रमाण पत्र (पीआरएसी) नहीं होने के कारण उसे रोक दिया गया।' वहीं वीडीयो में सफाई कर्मचारी की बेटी ने बताया, 'बीएसएफ टेस्ट पास करने के बाद भी मुझे पीआरसी नहीं होने के कारण रिजेक्ट कर दिया गया। उसके बाद मैंने अपनी पढ़ाई रोक दी, क्योंकि लगता था कि हमारा कुछ होगा नहीं।'
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'बच्चों के भविष्य के लिए हाथों से नालियां साफ की'
दूसरे वीडियो में पत्रकार से बात करते हुए भट्टी नामक शख्स ने बताया, 'मेरे दादाजी को पंजाब से जम्मू की सड़कों पर इकट्ठा हुए कचरे की साफ-सफाई के लिए लाया गया था, क्योंकि यहां के जो सफाई कर्मचारी थे, वो हड़ताल पर चले गए थे और उन्होंने महीनों तक विरोध प्रदर्शन किया। हमारे लोगों से वादा किया गया कि आपको सारे अधिकार दिए जाएंगे, लेकिन बाद में उन्हें नागरिकता से वंचित कर दिया गया था। उन्हें पीआरसी ही नहीं दी गई। आज हमारी जिंदगी में एक नया सवेरा आया है।' वहीं एक दूसरे सफाई कर्मचारी ने वीडियो में बताया कि उन्होंने अपने बच्चों के भविष्य के लिए हाथों से नालियां साफ की, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। आज जब पता चला कि पीआरसी खत्म हो गई है तो बड़ा अच्छा लग रहा है।'
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राष्ट्रपति ने निरस्त किए अनुच्छेद 370 के प्रावधान
आपको बता दें कि बीते मंगलवार को ही संसद के दोनों सदनों में जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन का बिल पास हुआ है। इस बिल को लेकर कांग्रेस, सपा, टीएमसी, पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने विरोध जताया। वहीं, बहुजन समाज पार्टी, आम आदमी पार्टी, टीआरएस और वाईएसआर कांग्रेस ने बिल पर सरकार का समर्थन किया। हालांकि विरोध के बावजूद दोनों सदनों में यह बिल पास हो गया। बिल के पास होने के बाद बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने की घोषणा कर दी। आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 370 के खंड 1 के साथ पठित अनुच्छेद 370 के खंड 3 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए राष्ट्रपति संसद की सिफारिश पर यह घोषणा करते हैं कि छह अगस्त 2019 से उक्त अनुच्छेद के सभी खंड लागू नहीं होंगे... सिवाय खंड 1 के।
देश ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया
वहीं, जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार शाम को देश को संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, 'एक राष्ट्र के तौर पर, एक परिवार के तौर पर, आपने, हमने, पूरे देश ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। एक ऐसी व्यवस्था, जिसकी वजह से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के हमारे भाई-बहन अनेक अधिकारों से वंचित थे, जो उनके विकास में बड़ी बाधा थी, वो अब दूर हो गई है। अनुच्छेद 370 के कारण जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के हमारे भाई-बहनों के साथ एक अन्याय हो रहा था। इस धारा के हटने के बाद जम्मू कश्मीर में भी अब विकास के नए कीर्तिमान स्थापित होंगे।'
'देश ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया'
वहीं, जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार शाम को देश को संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, 'एक राष्ट्र के तौर पर, एक परिवार के तौर पर, आपने, हमने, पूरे देश ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। एक ऐसी व्यवस्था, जिसकी वजह से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के हमारे भाई-बहन अनेक अधिकारों से वंचित थे, जो उनके विकास में बड़ी बाधा थी, वो अब दूर हो गई है। अनुच्छेद 370 के कारण जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के हमारे भाई-बहनों के साथ एक अन्याय हो रहा था। इस धारा के हटने के बाद जम्मू कश्मीर में भी अब विकास के नए कीर्तिमान स्थापित होंगे।'
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