BHU में बोले अमित शाह- हम स्वतंत्र हैं, अपने इतिहास को फिर से लिखने का यही सही समय
वाराणसी। भारत के गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक कार्यक्रम को संबोधित करने पहुंचे। यहां उन्होंने कहा, अब समय आ गया है कि हम नया इतिहास लिखें, इसके लिए हमें आगे आना होगा। पहले किसने क्या इतिहास लिखा उसपर बहस करने की जरूरत नहीं है, यह समय सच की तलाश कर के इतिहास के पुनर्लेखन का समय है। बता दें, अमित शाह वाराणसी के बनारस हिंदू यूनिवर्सिची (बीएयू) में आयोजित गोष्ठी में वहां पहुंचे हैं। गृह मंत्री के इस कार्यक्रम का कुछ छात्रों ने विरोध भी किया है जिस कारण थोड़ी झड़प भी देखने को मिला है।
अमित शाह ने बीएचयू में आयोजित 'गुप्त वंश के वीर: स्कंदगुप्त विक्रमादित्य का ऐतिहासिक पुन: स्मरण एवं भारत राष्ट्र का राजनीतिक भविष्य' विषय पर गोष्ठी का दीप प्रज्वलन कर उद्घाटन किया। कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने स्कंदगुप्त विक्रमादित्य के इतिहास के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि, विक्रमादित्य को जितनी प्रसिद्धि मिली वह शायद ही किसी और गुप्त वंश को मिली है, लेकिन उनके साथ इतिहास में अन्याय हुआ। उनके पराक्रम के बारे में इतिहास में वह बातें नहीं बताई गई जो बतानी चाहिए थी।
उन्होंने कहा, मौर्य वंश और गुप्त वंश ने भारतीय संस्कृति को तब के विश्व में सर्वोच्च स्थान पर पहुंचाया। गुप्त साम्राज्य कि सबसे बड़ी सफलता यही रही की उन्होंने अखंड भारत बनाने के लिए वैशाली और मगध साम्राज्य को बीच युद्ध को खत्म कराया। स्कंदगुप्त को इतिहास में बहुत प्रसिद्धि हासिल हुई, लेकिन उनके साथ अन्याय भी हुआ है। इतिहास में उनके पराक्रम के बारे में बहुत कम लिखा गया है।
गृह मंत्री ने पंडित मदन मोहन को याद करते हुए कहा, जब उन्होंने काशी हिंदू विश्वविद्याल की स्थापना की तब से लेकर आज तक यह विश्वविद्यालय भारत की संस्कृति को बनाए रखने के लिए अडिग खड़ा है। शाह ने आगे कहा, हम स्वतंत्र है और हमें हमारे इतिहास का संशोधन कर के उसे पुन: लिखने की जरूरत है। मुझे भरोसा है कि अपने इतिहास में सत्य का तत्व है इसलिए वह जरूर प्रसिद्ध होगा।
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छात्रों
और
दुकानदारों
के
बीट
हुई
झड़प
जिस
समय
अमित
शाह
बीएचयू
पहुंचे
उसके
दो
दिन
पहले
ही
छोत्रों
और
बीएचयू
अस्पताल
के
बाहर
दुकानदारों
में
मारपीट
और
पथराव
का
मामला
सामने
आया
था।
जमकर
हुए
इस
बवाल
में
कई
लोगों
को
चोटें
भी
आईं।
गुस्साए
छात्रों
ने
बीएचयू
का
मुख्य
द्वार
बंद
कर
लिया
काफी
देर
मनाने
और
व्यक्ति
की
गिरफ्तारी
के
बाद
उन्होंने
दरवाजा
खोला।
बुधवार
को
भी
छात्रों
और
दुकानदारों
के
बीच
झड़प
की
खबरें
आई।