असम में बोले अमित शाह- देश में एक भी अवैध घुसपैठिए को नहीं रहने देंगे
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिन के दौरे असम पहुंचे है। राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) की रिपोर्ट जारी होने के बाद अमित शाह की यह पहली असम यात्रा है। अमित शाह ने रविवार को कहा कि अनुच्छेद 371 से कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। यह अनुच्छेद असम के साथ पूर्वोत्तर के सभी राज्यों को विशेष दर्जा प्रदान करता है। अवैध अप्रवासियों को लेकर शाह ने कहा कि वो देश में एक भी अवैध घुसपैठिया को नहीं रहने देंगे। असम से एनआरसी के मुद्दे को तेजी से तय समय में पूरा किया गया है।
अमित शाह ने नॉर्थ ईस्ट काउंसिल के 68वें पूर्णसत्र को संबोधित करते हुए कहा , भारतीय संविधान का अनुच्छेद 371 एक विशेष प्रावधान है। भाजपा सरकार अनुच्छेद 371 का सम्मान करती है और इसमें किसी भी तरह से नहीं बदलेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि अनुच्छेद 370 के खत्म होने के बाद विपक्षी दलों ने एक अभियान चलाकर अनुच्छेद 371 को हटाए जाने की अफवाह फैलाई। मैंने संसद में भी स्पष्ट किया था और यहां भी कहना चाहूंगा कि इसे नहीं हटाया जाएगा। अनुच्छेद 370 अस्थायी व्यवस्था थी। जबकि अनुच्छेद 371 एक विशेष प्रावधान है। दोनों में यह मूल अंतर है।
गृहमंत्री ने कहा कि इस मुद्दे पर बहुत से लोग कई तरह के प्रश्न उठाते हैं, लेकिन उनको यह स्पष्ट रूप से समझ लेना चाहिए कि हम एक भी अवैध घुसपैठियों को देश में नहीं रहने देंगे। एनआरपी के मुद्दे पर हम लोगों से प्रतिबद्धता हैं। अमित शाह ने कहा कि एनआरसी को तय समय पर पूरा किया गया है। शाह उत्तर-पूर्व काउंसिल के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने यहां 8 उत्तर-पूर्वी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी बातचीत की।
असम के 3 करोड़ 30 लाख 27 हजार 661 लोगों ने एनआरसी के लिए आवेदन किया था। 31 अगस्त को जारी लिस्ट में तीन करोड़ 11 लाख 21 हजार 4 लोगों के नाम आए। जबकि 19 लाख 6 हजार 657 लोगों के नाम लिस्ट में शामिल नहीं थे।
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