अमित शाह ने कांग्रेस पर कसा तंज, बोले- केरल में मुस्लिम लीग तो महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ है ये पार्टी
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पेश किया था, जिसपर चर्चा के बाद सदन में वोटिंग हुई जहां बिल के पक्ष में 311 वोट पड़े, जबकि 80 सांसदों ने इसके खिलाफ मतदान किया। लोकसभा में पास होने के बाद अब इस बिल को राज्यसभा में पेश किया जाएगा। वहीं, सोमवार को लोकसभा में चर्चा के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने बिल पर चर्चा के बहाने कांग्रेस-शिवसेना गठबंधन पर भी तंज किया।
केरल में मुस्लिम लीग तो महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ है कांग्रेस- शाह
बिल पर चर्चा के दौरान विपक्ष ने लोकसभा में जमकर हंगामा किया और सरकार पर मुस्लिमों से भेदभाव करने के आरोप लगाए। विपक्ष ने नागरिकता संशोधन बिल का विरोध किया और कहा कि इस बिल में मुस्लिमों से भेदभाव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ये संविधान के आर्टिकल 14 का सीधा उल्लंघन है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि बीजेपी देश को हिंदू राष्ट्र बनाने की कोशिश कर रही है। इसके बाद शाह ने जवाब देते हुए कांग्रेस पार्टी पर तंज किया।
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शाह के तंज पर सदन में गूंजे ठहाके
अमित शाह ने लोकसभा में कहा, 'कांग्रेस एक ऐसी बिन-सांप्रदायिक पार्टी है, जो केरल में मुस्लिम लीग के साथ पार्टनर है और महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ। मैंने ऐसी बिन-सांप्रदायिक पार्टी अपने जीवन में नहीं देखी।' शाह के इस तंज पर लोकसभा में एक बार फिर जमकर शोर उभरा। सत्ताधारी दल की तरह से ठहाके गूंज उठे। शाह ने अपने भाषण के दौरान कई बार कांग्रेस को घेरने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि देश का बंटवारा ही कांग्रेस ने धर्म के आधार पर किया था, वरना ये बिल आज लेकर नहीं आता पड़ता।
तीनों देशों में मुस्लिम अल्पसंख्यक नहीं- शाह
बिल पर बात करते हुए शाह ने विपक्ष के आरोपों का जवाब दिया और कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में मुस्लिम अल्पसंख्यक नहीं हैं, इन देशों में राज्य का धर्म इस्लाम है और वे बहुतायत में हैं। इसलिए मुस्लिमों को इस बिल में शामिल नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि इस बिल का देश में रहने वाले मुस्लिमों से कोई संबंध नहीं हैं और ना ये बिल उनके खिलाफ है। ये बिल एक सकारात्मक भाव लेकर आया है उन लोगों के लिए है जो भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में प्रताड़ित होते रहे हैं। शाह ने कहा कि बांग्लादेश में 1971 के बाद से आज तक अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हुआ है।