पूर्वोत्तर राज्यों की संस्कृति भारत की 'संस्कृति का आभूषण' है: अमित शाह
नई दिल्ली। गृहमंत्री अमित शाह ने डेस्टिनेशन नॉर्थ इस्ट 2020 फेस्ट का शुभारंत करते हुए पूर्वोत्तर भारत को देश की संस्कृति का अहम हिस्सा बताया। शाह ने कहा कि बिना नॉर्थ ईस्ट के भारत और भारतीय संस्कृति अधूरी है। बिना नॉर्थ ईस्ट की संस्कृति के विलय के भारत की संस्कृति की पूरी तरह से कल्पना नहीं की जा सकती है क्योंकि नॉर्थ ईस्ट की संस्कृति भारतीय संस्कृति का आभूषण है। इस फेस्ट के उद्घाटन के मौके पर अमित शाह ने पूर्वोत्तर राज्यों में केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी।
अमित शाह ने कहा कि 15088 करोड़ रुपए की 6 रेल परियोजनाओं को हमने पूरा किया है। हवाई अड्डों की बात करें तो लगभग 553 करोड़ रुपए खर्च करने का भारत सरकार ने कार्यक्रम बनाया है। श्रम क्षेत्र में भी लगभग 10 हजार करोड़ रुपए की लागत से परियोजनाओं को पूरा किया गया है। मोदी सरकार ने इन परियोजनाओं के जरिए पूर्वोत्तर भारत को पूरे भारत से जोड़ने का काम किया है। बड़े काम जो सालों से अटके हुए थे, उसे नरेंद्र मोदी सरकार ने हाथ में लिया। गुवाहाटी में मुंबई के समकक्ष कैंसर अस्पताल बनाने की शुरुआत की गई है। कोरोना काल में भी मोदी सरकार ने पूर्वोत्तर राज्यों को सभी स्वास्थ सुविधाएं देने का काम किया। जरूरी सामानों की आपूर्ती वायुसेना के विमानों के जरिए की गई। हर तरह की मदद हमने इस काल में दी है। लगभग तीन करोड़ लोगों को खाद्यान्न देने का काम किया गया। किसानों के खाते में 533 करोड़ रुपए सीधे जमा किए गए। कुल 2523 करोड़ रुपए का सीधा लाभ पूर्वोत्तर भारत को देने का काम मोदी सरकार ने किया है।
अमित शाह ने कहा कि जब हम आजाद हुए तो देश की जीडीपी का 20 फीसदी पूर्वोत्तर का बजट था, लेकिन यह धीरे-धीरे कम होता गया। अगर हम पूर्वोत्तर की संस्कृति को सुरक्षित रखते हुए 20 फीसदी जीडीपी को फिर से खर्च कर सके तो पूर्वोत्तर देश की उन्नति में अहम भूमिका निभा सकता है। सभी आठों राज्यों ने एनडीए के साथ जुड़ने का फैसला किया है। मुझे पूरा विश्वास है कि मोदी जी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर भारत का विकास होगा।