कर्नाटक में सरकार गिरने के बाद कुछ यूं छलका अमित शाह का दर्द, बोले- हॉर्स ट्रेडिंग छोड़ो कांग्रेस ने पूरा अस्तबल बेच खाया
बेंगलुरु। बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं। बुधवार को जेडीएस नेता कुमारस्वामी नए मुख्यमंत्री के तौर शपथ लेंगे। इसपर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि कि ऐसे 'अपवित्र गठबंधन' द्वारा बनी सरकार के ज्यादा लंबे समय तक चलने की संभावना नहीं है। लेकिन इन सबके इतर अब ये सवाल हर किसी के मन में उठ रहा है कि आखिर बहुमत का आंकड़ा नहीं मिलने के बाद भी 15 दिनों में बीजेपी कैसे सरकार बना लेती। तो अमित शाह ने इसका भी जवाब दिया है। जानिए क्या कहा है उन्होंने
अमित शाह ने बताया फॉर्मूला
शाह ने बहुमत के जुगाड़ के बारे में बोलते हुए कहा कि 'अगर हमें 15 दिनों का समय मिलता तो हम आसानी से बहुमत साबित कर देते। विपक्षी विधायक जब अपने क्षेत्रों में जाते तो उनका मन खुद बदल जाता, लेकिन उन्हें उनकी पार्टियों ने होटलों और दूसरी जगहों पर बंदी बनाकर रखा।'
कांग्रेस ने ना सिर्फ हॉर्स ट्रेडिंग की, बल्कि पूरा का पूरा अस्तबल ही बेच खाया
अमित शाह ने कांग्रेस के 'ह़ॉर्स ट्रेडिंग' के आरोपों को भी खारिज करते हुए कहा कि 'कांग्रेस ने ना सिर्फ हॉर्स ट्रेडिंग की, बल्कि पूरा का पूरा अस्तबल ही बेच खाया।' राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भ्रष्टाचारी कहे जाने पर शाह ने कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष की टिप्पणियों की गंभीरता से नहीं लेते। बीजेपी अध्यक्ष ने विश्वास जताया कि उनकी पार्टी 2014 की तुलना में 2019 में अधिक सीटों पर जीत हासिल करेगी।
ढाई दिन में गिर गई सरकार
बता दें कि शनिवार को बीजेपी के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को कर्नाटक विधानसभा में बहुमत साबित नहीं कर पाने की दशा में इस्तीफा देना पड़ा। राज्य में महज 55 घंटे ही बीजेपी की सरकार चली। बहुमत साबित नहीं कर पाने की वजह से बीजेपी की किरकिरी भी बहुत हुई। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूरे प्रकरण में बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने यहां तक कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं।