कर्नाटक में BJP बनाएगी सरकार, अमित शाह का भरोसा
नई दिल्ली- कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार पर आए संकट के बीच बीजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भरोसा जताया है कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी। इस बीच कांग्रेस-जेडीएस के 13 विधायकों के इस्तीफे से परेशान दोनों पार्टियां सरकार बचाने की कवायद में युद्धस्तर पर जुटी हुई हैं। आलम ये है कि अब यदि एक भी विधायक ने इस्तीफा दिया, तो एचडी कुमारस्वामी की लगभग एक साल पुरानी सरकार का गिरना निश्चित हो जाएगा।
बीजेपी बनाएगी सरकार- शाह
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का दावा है कि कर्नाटक में बीजेपी पहले से ही सबसे बड़ी पार्टी है, इसलिए वहां जो राजनीतिक संकट पैदा हुए हैं, उसको देखते हुए बीजेपी की सरकार बनने की उम्मीद है। हैदराबाद के शमशाबाद में भाजपा के मेंबशिप ड्राइव शुरू करने के बाद आयोजित एक सभा में अमित शाह ने ये भरोसा जताया है। इसके साथ ही उन्होंने आने वाले समय में साउथ इंडिया में बीजेपी के अच्छे प्रदर्शन की भी उम्मीद जताई है। तेलंगाना के बारे में उन्होंने कहा है कि वहां अगले चुनाव में भाजपा को 50 फीसदी से ज्यादा वोट मिलेंगे।
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कांग्रेस-जेडीएस में बढ़ी टेंशन
बीजेपी की ओर से सरकार बनाने के संकेतों ने सत्ताधारी खेमे की नींद उड़ा रखी है। इसलिए कांग्रेस-जेडीएस पूरे जोरशोर से एचडी कुमारस्वामी की सरकार को बचाने की कवायद में जुट गई है। रविवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री के विदेश से लौटने के बाद जेडीएस ने शाम में पार्टी विधायक दल की बैठक बुलाई है। इससे पहले दोपहर में बेंगलुरु में कांग्रेस-जेडीएस के नेताओं की एक बैठक हुई, जिसमें हालात को कंट्रोल में करने की रणनीति बनाई गई। इस बैठक में जेडीएस की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, एचडी रेवन्ना, डी कुपेंद्र रेड्डी, एचके कुमारस्वामी और डीसी थमन्ना शामिल हुए और कांग्रेस की ओर से मंत्री डीके शिवकुमार ने शिरकत की। बाद में शिवकुमार ने बताया कि, जेडीएस ने अपने नेताओं की एक बैठक बुलाई है। इस मामले को सुलझाने के लिए कांग्रेस भी अपने नेताओं की एक बैठक बुलाएगी। उन्होंने कहा, "मुझे पूरा यकीन है कि हालात तत्काल शांत हो जाएंगे। देश और दोनों पार्टियों के हित में हमें सुचारू रूप से सरकार चलानी पड़ेगी। मुझे भरोसा है कि विधायक लौट आएंगे।"
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ऐक्शन में बीजेपी!
इस बीच रविवार को मुंबई में बीजेपी एमएलसी और महाराष्ट्र भाजपा के उपाध्यक्ष प्रसाद लाड को उस होटल के बाहर देखा गया, जहां कर्नाटक में इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के 10 और जेडीएस के विधायक ठहरे हुए हैं। जब मीडिया वालों ने प्रसाद से कर्नाटक की राजनीतिक स्थिति पर सवाल किए तो उन्होंने कहा कि, "मैं इसके बारे में सिर्फ मीडिया के जरिए ही जानता हूं। मैं पार्टी के मेंबरशिप ड्राइव में व्यस्त हूं।"
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एक और इस्तीफा होते ही बीजेपी को मिलेगी बहुमत
कर्नाटक में कांग्रेस के 10 और जेडीएस के 3 विधायकों ने इस्तीफा दिया है, हालांकि उसे अभी स्वीकार नहीं किया गया है और फिलहाल दोनों दलों के पास यही एक विकल्प बचा हुआ है। लेकिन, दोनों दलों के बागियों के तेवर को देखकर लगता नहीं कि वे अपने फैसले पर तत्काल विचार करने के लिए तैयार हैं। ऐसे में अगर इन विधायकों को दोनों पार्टियां नहीं मना पायी, तो सरकार बनाने के बीजेपी के मंसूबे आसानी से पूरे हो सकते हैं। दरअसल 224 विधायकों वाली विधानसभा (मनोनीत को मिलाकर 225) में बहुमत का आंकड़ा 113 है और जेडीएस-कांग्रेस और निर्दलीय को मिलाकर सत्तापक्ष के पास अबतक 118 विधायक थे। जबकि, बीजेपी के पास 105 और बीएसपी के 1 विधायक हैं। 13 विधायकों के इस्तीफे के बाद सदन में विधायकों की संख्या 211 रह गई है और सरकार बचाने के लिए मैजिक फिगर 106 हो चुका है। यानी अभी भी बसपा के सपोर्ट से सरकार बच सकती है। लेकिन, अगर बसपा ने साथ नहीं दिया या कोई और विधायक खिसका तो कुमारस्वामी सरकार का बचना मुश्किल है।
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