30 साल में पहली बार गृहमंत्री के दौरे पर कश्मीर में अलगाववादियों ने नहीं बुलाया बंद
श्रीनगर। गृहमंत्री अमित शाह जम्मू कश्मीर के दौरे पर हैं। गृहमंत्री के तौर पर शाह का यह पहला कश्मीर दौरा है। 30 सालों में यह भी पहली बार है कि अलगाववादियों ने किसी गृहमंत्री के आधिकारिक दौरे पर कश्मीर बंद का ऐलान नहीं किया है। बुधवार से शाह का दो दिवसीय कश्मीर दौरा शुरू हुआ है। गृहमंत्री श्रीनगर पहुंचे और यहां पर उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था से जुड़ी मीटिंग की अध्यक्षता की। गृहमंत्री आज अनंतनाग भी गए और 12 जून को हुए आतंकी हमले में शहीद एसएचओ अरशद खान के परिवार से भी मुलाकात की।
गिलानी से लेकर मीरवाइज तक शांत
कश्मीर घाटी पिछले सन् 1990 से आतंकवाद का सामना करने को मजबूर है। लेकिन तीन दशकों से हिंसा झेल रही घाटी के लिए बुधवार का दिन शायद सुकून से भरा था। अमित शाह का दौरा शुरू हो रहा था मगर आम नागरिकों के लिए किसी भी तरह के बंद की कोई भी ऐलान नहीं किया गया था। अक्सर घाटी में गृहमंत्री के दौरे पर हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेता सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व में अलगाववादियों की तरफ से पहले ही कश्मीर बंद की घोषणा कर दी जाती है।
सरकार के प्रतिनिधि का दौरा और कश्मीर बंद
इस बार इनमें से किसी ने भी इस तरह की कोई भी अपील घाटी के लोगों से नहीं की। न सिर्फ गृहमंत्री बल्कि पिछले तीन दशकों में केंद्र सरकार का कोई भी प्रतिनिधि जब कभी कश्मीर गया, उसे बंद के बीच ही मुलाकात करनी पड़ी। ज्वॉइन्ट रीजिस्टन्स लीडरशिप यानी जेएलआर वह संगठन है जिसमें गिलानी और मीरवाइज उमर फारूक के साथ ही जेकेएलएफ का यासीन मलिक भी शामिल है।
पीएम मोदी के दौरे पर बुलाया बंद
इस संगठन की तरफ से ही हर बार किसी केंद्रीय मंत्री या सरकार के प्रतिनिधि के दौरे पर बंद की घोषणा की जाती है। जेएलआर से तीन फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे पर बंद की अपील की गई थी। यासीन मलिक को फिलहाल गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके अलावा इसी संगठन की तरफ 10 सितंबर 2017 को उस समय कश्मीर बंद की अपील की गई थी जब तत्कालीन गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर का दौरा किया था।
सुरक्षाबलों को दिए खास निर्देश
बुधवार को अलगाववादियों का यह संगठन एकदम खामोश था। गृहमंत्री अमित शाह ने सुरक्षा एजेंसियों के साथ मीटिंग की और राज्य में जारी विकास कार्यों का जायजा लिया। गृहमंत्री ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मुलाकात की। गृहमंत्री ने सुरक्षाबलों को निर्देश दे दिए हैं कि वे आतंकी ताकतों के खिलाफ अपना सख्त रवैया जारी रखें। इसके अलावा शाह पार्टी के नेताओं से मुलाकात करेंगे। वहीं वह अमरनाथ भी जाएंगे और यात्रा से जुड़ी तैयारियों का मुआयना करेंगे।