जांच अधिकारी का दावा, अमित शाह और 3 IPS तुलसीराम प्रजापति हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता
नई दिल्ली। गुजरात में तुलसीराम प्रजापति फर्जी एनकाउंटर केस के मुख्य जांच अधिकारी ने बुधवार को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में दावा किया कि, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, आईपीएस अधिकारी दिनेश एमएन, राजकुमार पांड्या और डीजी वंजारा कथित तौर पर तुलसीराम प्रजापति के फर्जी एनकाउंटर के मुख्य साजिशकर्ता थे। इस एनकाउंटर की जांच कर रहे मुख्य जांच अधिकारी ने 21 नवंबर को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में यह दावा किया।
बिल्डरों के ऑफिसों में आग लगवाने के लिए सोहराबुद्दीन शेख, तुलसीराम और आजम खान जैसे अपराधियों का इस्तेमाल किया
2006 में हुए इस एनकाउंटर की अप्रैल 2012 से इस मामले की जांच कर रहे संदीप तामगड़े ने कोर्ट को बताया कि, नेताओं-अपराधियों का एक नेक्सस बना हुआ था। जिसमें अमित शाह और राजस्थान के गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने सोहराबुद्दीन शेख, तुलसीराम प्रजापति और आजम खान जैसे लोगों का कई अपराधिक घटनाओं में इस्तेमाल था। इस अधिकारी ने दावा किया , 2004 में मशूहर बिल्डरों के ऑफिसों में आग लगवाने के लिए सोहराबुद्दीन शेख, तुलसीराम और आजम खान जैसे अपराधियों का इस्तेमाल किया था।
सीडीआर में है अहम सबूत
अधिकारी ने बताया कि, अमित शाह, कटारिया, दिनेश एमएन, राजकुमार पांड्या और वंजारा वह लोग हैं, जिन्हें इस मामले में आरोपी बनाया गया। हालांकि ट्रॉयल कोर्ट ने साल 2014 से 2017 के बीच इस मामले से इन्हें बरी कर दिया। तामगड़े ने बताया कि आरोपियों के कॉल डेटा रिकॉर्ड (सीडीआर) से ये स्पष्ट हुआ है कि इस तरह के अपराध करने की साजिश रची गई थी। जांच अधिकारी तामगड़े से जब कोर्ट में पूछा गया कि क्या किसी सीडीआर की जांच के दौरान यह पता चला कि, साजिश रची गई थी। तो इसका जवाब उन्होंने हां में दिया।
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कोर्ट के सामने अधिकारी ने लिए इन लोगों के नाम
जब बचाव पक्ष के वकील के पूछा कि उन लोगों का नाम बताइए जिनके सीडीआर से ये स्पष्ट होता है कि साजिश रची गई थी, तो तामगड़े ने कहा, 'अमित शाह, दिनेश एमएन, वंजारा, पांडियान, विपुल अग्रवाल, आशीष पांड्या, एनएच दाभी और जीएस राव वे नाम हैं जो इस साजिश में शामिल थे। तामगड़े ने जिन लोगों के नाम लिए उनमें पांडियन, दाभी और राव मामले में आरोपी हैं, जबकि अमित शाह समेत वाकी सबूतों के अभाव में बरी हो गए। सीबीआई के मुताबिक 23 नवंबर, 2005 को सोहराबुद्दीन, उसकी पत्नी कौसर बी और तुलसीराम की हत्या के लिए साजिश रची गई थी> सीबीआई चार्जशीट के मुताबिक सोहराबुद्दीन की 26 नवंबर, 2005 को फेक एनकाउंटर में हत्या की गई और बाद में कौसर बी की हत्या कर दी गई।
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