आम आदमी पार्टी का उत्पात, एक वह 26 जनवरी थी एक यह 26 मई है
इन सबके बीच दिल्ली में माहौल फिर से बिगड़ गया है। वजह आम आदमी पार्टी के संस्थापक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बुधवार रात से तिहाड़ जेल में कैद हैं और जेल के बाहर पार्टी के नेताओं और समर्थकों का उत्पात।
अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को जमानत के लिए जरूरी 10,000 रुपए के बांड को भरने से इंकार कर दिया था। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। बुधवार की शाम से ही दिल्ली की सड़कों पर फिर से आम आदमी पार्टी के नेताओं और समर्थकों का तमाशा जारी है।
एक बात जिस पर ध्यान देने की जरूरत है कि अरविंद केजरीवाल ने इस वर्ष की शुरुआत में जब मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी तो अपने कैबिनेट मंत्री सोमनाथ भारती के खिलाफ पुलिस के व्यवहार के खिलाफ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था।
उस समय अरविंद ने 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस से पहले माहौल और कानून व्यवस्था को चौपट किया। इस बार जब 26 मई को केंद्र में नई सरकार को शपथ दिलाए जाने का कार्यक्रम होना है, तो उससे पहले उन्होंने तमाशा शुरू कर दिया है।
गणतंत्र दिवस के मौके पर जहां दुनिया भर से मेहमान दिल्ली आने की तैयारी कर रहे थे तो वहीं 26 मई को नई सरकार के गठन के मौके पर भी करीब 3,000 मेहमानों के दिल्ली पहुंचने की संभावना है। ऐसे में अरविंद के इस तमाशे के साथ ही एक बार फिर दिल्ली में माहौल थोड़ा सा बिगड़ गया है।
SUPERMAN:
What
r
u
doing
in
Tihar
Jail?
KEJRI
BABA:
Writing
a
book:
Art
of
Fooling
the
People.
—
SuperMan
(@OshonIndia)
May
22,
2014
कई लोग अरविंद के इस पूरे उत्पात को मीडिया अटेंशन पाने का तरीका बता रहे हैं। वहीं अन्ना हजारे ने अपने एक बयान में कहा है कि उन्होंने अरविंद को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने को मना किया था।
उन्होंने अरविंद को सलाह दी थी कि वह अपने पद पर कायम रहकर अपने कर्तव्यों को पूरा करने की कोशिश करें। अन्ना ने तो यहां तक कह दिया है कि अरविंद की आदत शुरू से ही इस तरह का रवैया अपनाने की थी और इसी वजह से उन्होंने अरविंद को अपने से अलग कर दिया था।