जम्मू-कश्मीर: बकरीद आज, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद किसी भी तरह की अनहोनी, प्रदर्शन से निपटने के लिए भारी संख्या में जवानों को तैनात किया गया है। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज घाटी के लोग बकरीद का पर्व मनाएंगे। किसी भी तरह की अनहोनी से निपटने के लिए सुरक्षाकर्मी पुरी तरह से तैनात हैं। सभी फोन लाइन,इंटरनेट सेवा को बंद रखा गया है, लगातार सातवें दिन यह पाबंदी जारी है, लेकिन माना जा रहा है कि बकरीद के मौके पर लोगों को कुछ हद तक राहत जरूर दी जा सकती है।
तमाम इमाम के साथ बैठक
श्रीनगर के डीएम शाहिद चौधरी ने बताया कि प्रशासन ने तमाम इमाम के साथ बैठक की है, जिससे कि बकरीद के पर्व को पूरी हर्षोल्लास से मनाया जाए। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बकरीद की नमाज जामिया मस्जिद में की होगी, जोकि नौहट्टा में सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक है। वहीं जब यह पूछा गया कि शनिवार को जब कर्फ्यू में ढील दी गई थी तो एक बार फिर से इसे क्यों बढ़ा दिया गया, इसपर चौधरा ने कहा कि धारा 144 के तहत लोगों को भीड़ लगाने पर पाबंदी होती है, इसे पूरी तरह से कभी भी नहीं खत्म किया गया था। यह पाबंदी हमेशा से थी, ट्रैफिक के आवागमन की कुछ इलाकों में अनुमति दी गई थी।
इंटरनेट सेवा ठप
डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि इंटरनेट सेवा को फिर से शुरू करने पर अभी तक किसी भी तरह का फैसला नहीं लिया गया है, क्योंकि प्रशासन को इस बात का शक है कि किसी भी तरह का भड़काऊ पोस्ट पाकिस्तान की ओर से सोशल मीडिया पर लोगों को भड़का सकता है। श्रीनगर के एक इलाके में छुटपुट पत्थरबाजी की घटना का यह कतई मतलब नहीं है कि पूरी घाटी में स्थिति में खराब है। इस घटना से पूरी घाटी की स्थिति का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। पूरा प्रदेश शांतिपूर्ण है। इससे पहले घाटी में बड़ी तादात में पत्थरबाजी होती थी।
फारुक अब्दुल्ला भी पढ़ेंगे नमाज
एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला को गुपकार रोड पर स्थित मस्जिद में ईद की नमाज पढ़ने की इजाजत दी गई है। यहां पर तमाम राजनेताओं को भी नमाज पढ़ने की अनुपमति दी गई है। इंफोर्मर कमिश्नर एमके द्विवेदी ने बताया कि पाबंदी को इसलिए फिर से लगाया गया है ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना ना घटे। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की रानीतिक भाषणबाजी की अनुमति नहीं है।