अमेरिकी संस्था ने भारत में धार्मिक स्वतंत्रता में गिरावट पर उठाए सवाल
नई दिल्ली। अमेरिकी संस्था यूएस कमीशन ऑन इंटरनेशनल रिलीजियस फ्रीडम (USCIRF) ने भारत में गिरते धर्म की आजादी के ट्रैक रिकॉर्ड की कड़ी आलोचना की है। अमेरिकी संस्था ने धर्म की आजादी के मामले में भारत को 2 टायर वाली श्रेणी में रखा है, जिसमें दर्जनों अजीब देश शामिल है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के राइट विंग के राष्ट्रवादियों ने 'भगवाकरण' करने की कोशिश में हिंसा, गैर-हिंदुओं और दलित हिंदुओं पर अत्याचार किए हैं।
इस रिपोर्ट ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने संघीय स्तर पर भीड़ द्वारा जुटाई गई हिंसा की भले आलोचना की हो, लेकिन उन्हीं के पार्टी के सदस्य उग्र हिंदू संगठनों से जुड़े हुए हैं और उनमें से कइयों ने धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ गलत भाषा का प्रयोग किया है।
USCIRF ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, ओडिशा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान की परिस्थितियां धर्म की आजादी के मामलों में बहुत ही ज्यादा बदतर है। USCIRF ने कहा कि इसी चिंता को देखते हुए भारत को टायर 2 में रखा गया है, जिसमें धार्मिक हिंसा और असहिष्णुता जैसी घटनाएं हुई हैं।
अमेरिका की इस रिपोर्ट ने भारत को उन देशों को श्रेणी में रखा है, जहां धर्म की आजादी को लेकर हिंसा होती है। भारत के साथ टायर 2 की श्रेणी में अफगानिस्तान, आजरबाइजान, बहरिन, क्यूबा, इजिप्त, इंडोनेशिया, इराक, कजाकिस्तान, लाओस, मलेशिया और तुर्की जैसे देश शामिल है। हालांकि, इस रिपोर्ट ने देश के सुप्रीम कोर्ट, अल्पसंख्यक मंत्रालय, और अल्पसंख्यकों के लिए राष्ट्रीय आयोग की अल्पसंख्यकों की रक्षा करने और असहिष्णुता का चुनौति देने के लिए तारीफ की है।
इस रिपोर्ट को लेकर फिलहाल गृह मंत्रालय ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। हालांकि, गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा (इकनॉमिक टाइम्स के मुताबिक) कि सरकार शुरू से ही USCIRF की रिपोर्ट को खारिज करती आयी है।