फ्रांस ने UNSC में किया भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन, CAA को बताया भारत का आंतरिक मसला
नई दिल्ली। भारत में फ्रांस के राजदूत ने यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल (यूएनएससी) में भारत की दावेदारी का समर्थन किया। फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन ने कहा है कि उनका देश संस्था में भारत की दावेदारी का समर्थन करता है। इस समय यूएनएससी में पांच स्थायी सदस्य हैं जिनमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन और रूस शामिल हैं।
भारत के फैसले का समर्थन करता है फ्रांस
लेनिन ने कहा है, 'उनका देश यूएनएससी में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन करता है।' इसके साथ ही उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को भारत का आंतरिक फैसला बताया और कहा कि फ्रांस इस फैसले का सम्मान करता है। यूएनएससी के पांच सदस्यों ने द्वितीय विश्व युद्ध में पांच महान विजेताओं शक्तियों का प्रतिनिधित्व किया था। इन सभी स्थायी सदस्यों के पास वीटो का अधिकार है। इससे पहले इस वर्ष मार्च में भी फ्रांस की तरफ से भारती स्थायी सदस्यता का समर्थन किया गया था। यूएन में फ्रांस के स्थायी प्रतिनिधि फ्रैंकोइस डेलातरे ने तब कहा था कि यूएनएससी में भारत को स्थायी सदस्यता दिए जाने की बहुत सख्त जरूरत है। उन्होंने न सिर्फ भारत बल्कि जर्मनी, जापान और ब्राजील का भी नाम लिया था।