जम्मू कश्मीर: अलगाववादी नेताओं के बंद के चलते एक दिन के लिए रुकी अमरनाथ यात्रा
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में अलगाववादी नेताओं की तरफ से एक दिन का बंद बुलाया गया है। इस बंद की वजह से एक दिन के लिए अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है। अलगाववादी नेताओं ने हिजबुल मुजाहिद्दीन कमांडर बुरहान वानी की मौत की तीसरी बरसी के मौके पर बंद बुलाया है। आठ जुलाई 2016 को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में हुए एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने वानी समेत दो और आतंकियों को ढेर कर दिया था।
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अब तक एक लाख श्रद्धालु पहुंचे अमरनाथ
45 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा की शुरुआत एक जुलाई को हुई है। अब तक 95,923 तीर्थयात्री गुफा के दर्शन कर चुके हैं। यात्रा पर इस बार बढ़े हुए आतंकी खतरे को देखते हुए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। सीआरपीएफ को सुरक्षा का जिम्मा दिया गया है तो सेना और बीएसएसफ के जवानों को भी दो रास्तों पर तैनात किया गया है। तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए कुछ यात्रियों को जम्मू में ही रोक दिया गया है। बालटाल और पहलगाम वाले रास्ते पर यात्रियों की भारी भीड़ है। प्रशासन का कहना है कि इतने यात्रियों को एक साथ नहीं रखा जा सकता है। अमरनाथ यात्रा 15 अगस्त को खत्म होगी। जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हाइवे पर सिविलियन ट्रैफिक रोकने की मांग की थी। उनकी इस मांग का पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने कड़ा विरोध किया है।